रांची स्थित बस ट्रांसपोट एग्रीगेटर स्टाटर्अप (BUSYAR) को गुड़गांव के गोगोबस कंपनी के द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है| ये अधिग्रहण एक सभी स्टॉक डील (अघोषित राशि) के तहत होगा जिसमें संस्थापक गोगो बस की कोर टीम के सदस्य में शामिल होंगे। आपको बता दें कि बसयार झारखंड की पहली स्टाटर्अप कंपनी है जिसका अधिग्रहण किया जाएगा। एक साल पहले इसकी शुरूआत हुई थी|
बसयार के सह-संस्थापक, देवाशीष ने बताया कि यूरोप में बस के बुनियादी ढांचे का अनुभव करने के बाद वर्ष 2019 में रांची में बसयार लॉन्च किया गया था।कोर टीम के तीन सदस्यों ने इसकी नींव रखी थी जिसमें देवाशीष के साथ अभिषेक और राकेश शामिल हैं|
देवाशीष ने बताया कि ये एक रणनीतिक अधिग्रहण है जो गोगो की विस्तार योजना का एक हिस्सा है। गोगोबस की शुरूआत जनवरी 2020 में हुई और अब पैन इंडिया के विस्तार पर आक्रामक तरीके से काम कर रहा है।ये विचार देश भर में एक मानकीकृत बस सेवा चलाने और 1.6 मिलियन बस यात्राओं को एक सुरिक्षत और प्रीमियम यात्रा अनुभव में बदलने का है।हम देश भर के सभी बस उपयोगकर्ताओं के लिए सवर्श्रेष्ठ ग्राहक अनुभव लाने के लिए दृढ़ हैं।
इस विलय को लेकर गोगो बस के सह-संस्थापक,अमित गुप्ता ने कहा “ये अधिग्रहण भारत में बस के माध्यम से यात्रा के नए मानदंडों को परिभाषित करने में हमारे दृष्टिकोण को मजबूत बनाने में महत्वपूण र्भूमिका निभाएगा।मूल रूप से हमारा लक्ष्य बस परिवहन को पूर्वी भारत में एक प्रीमियम बस सेवा में बदलना जिसमें मुख्य तौर पर चार राज्य- बिहार, झारखंड,पश्चिम बंगाल और ओडशा शामिल है| हम बसयार के सह-संस्थापकों और संचालन प्रमुखों के लिए बहुत उत्साहित हैं|”
कोविड-19 संकट से पहले उत्तरी-भारत के कई मार्गों पर गोगो बस चालू था| लॉकडाउन के बाद हाल ही में परिचालन फिर से शुरू हुआ है।इस विलय के साथ बस सेवा का संचालन का विस्तार देश के पूर्वी क्षेत्र में होगा।कुछ प्रारंभिक मार्गों में रांची-जमशेदपुर, रांची- धनबाद, रांची-हजारीबाग और जमशेदपुर-पटना शामिल हैं।