देवघर (झारखंड)। सावन माह में कांवर यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार की सुबह एक भयावह हादसा लेकर आई। देवघर के मोहनपुर प्रखंड के नावापुरा गांव, जमुनिया चौक के पास एक बस और गैस सिलेंडर लदे ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दर्दनाक हादसे में 5 कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 23 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। मौके पर चीख-पुकार मच गई और कई यात्री बस में फंसे रह गए। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत मोहनपुर थाना को सूचना दी और घायलों को बाहर निकालने में मदद की।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा सुबह करीब 5 बजे हुआ। देवघर से बासुकीनाथ जा रही बस में लगभग 40 कांवड़िए सवार थे। बताया जा रहा है कि बस चालक को झपकी आ गई, जिसके कारण वह वाहन पर से नियंत्रण खो बैठा। बस ने विपरीत दिशा से आ रहे एक ट्रक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बस ईंट के ढेर से जा टकराई, जिससे उसका आगे का हिस्सा चकनाचूर हो गया।
ड्राइवर की मौके पर ही मौत
बस ड्राइवर सुभाष तूरी (30), जो कि देवघर का रहने वाला था, टक्कर के बाद ड्राइविंग सीट समेत सड़क पर गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, तीन महिला कांवड़ियों ने भी घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
मृतकों की पहचान
अब तक जिन 5 मृतकों की पहचान हुई है, उनमें चार बिहार के निवासी हैं:
- दुर्गावती देवी (45 वर्ष) – बेतिया, बिहार
- संता देवी – पटना, बिहार
- सुमन कुमारी – गया, बिहार
- पीयूष कुमार (19 वर्ष) – वैशाली, बिहार
- सुभाष तूरी (30 वर्ष) – बस चालक, देवघर, झारखंड
100 मीटर तक बिना ड्राइवर के चलती रही बस
बस में सवार मोतिहारी के अनिल यादव ने बताया कि हादसे के वक्त बस में सभी यात्री सो रहे थे। “बस अचानक से बाईं ओर मुड़ी और जोरदार टक्कर हुई। मैं जब होश में आया तो चारों ओर खून और चीख-पुकार थी। कुछ लोग बस में फंसे थे। मैंने और अन्य यात्रियों ने शीशा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला,” उन्होंने बताया।
उन्होंने यह भी बताया कि टक्कर के बाद बस लगभग 100 मीटर तक बिना ड्राइवर के सड़क पर चलती रही और फिर ईंट के ढेर से टकराकर रुक गई।
प्रशासन ने संभाली स्थिति
देवघर सदर SDO रवि कुमार ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि “अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 23 लोग घायल हुए हैं। इनमें से कुछ को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें देवघर सदर अस्पताल में इलाज के बाद अन्यत्र रेफर किया जा सकता है।”
घटना की सूचना मिलते ही देवघर एसपी, थानेदार, और आपदा राहत बल मौके पर पहुंच गए हैं और राहत व बचाव कार्य जारी है। घटनास्थल से मलबा हटाया जा रहा है और फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
निशिकांत दुबे का दावा – 18 की मौत
हालांकि, गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि इस हादसे में 18 लोगों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी ANI ने भी उनकी पोस्ट का हवाला देते हुए 18 मौतों की पुष्टि की थी, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अब तक 5 लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि ही की गई है।
कांवड़ियों की यात्रा पर संकट का साया
यह हादसा ऐसे वक्त हुआ है जब सावन महीने में लाखों की संख्या में कांवड़िए देवघर-बासुकीनाथ मार्ग पर यात्रा कर रहे हैं। इस हादसे ने यात्रा की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने कांवर यात्रा के लिए विशेष निगरानी और व्यवस्था का भरोसा दिया था, परंतु यह घटना तैयारियों की पोल खोलती है।
🙏 Jharkhand Updates परिवार की ओर से मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना।