नबाद के लोगों को बुलेट ट्रेन की सौगात मिलने की संभावना बन रही है। केंद्र ने वाराणसी से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने की योजना बनाई है। यह ट्रेन झारखंड से होकर गुजरेगी। इसके लिए गिरिडीह के बगोदर इलाके में सर्वे पूरा हो चुका है। धनबाद में अभी सर्वे चल रहा है। सर्वे से लोगों में उत्साह है। झारखंड और खासकर धनबाद के लोगों को उम्मीद है कि उन्हें बुलेट ट्रेन की सुविधा मिलेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रोवर इफ्रां प्राइवेट लिमिटेड को इसके सर्वे की जिम्मेवारी सौंपी गई है। कंपनी ने बगोदर प्रखंड क्षेत्र में सर्वे का काम किया है। फिलहाल टीम धनबाद इलाके में सर्वे कर रही है। सर्वे टीम में शामिल लोकेश भारद्वाज ने बताया कि वाराणसी से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन दौड़ाने की योजना है। अंतिम फैसला केन्द्र सरकार को लेना है। सर्वेे के बाद बुलेट ट्रेन दौड़ाने का फैसला सरकार ले सकती है। उन्होंने बताया कि हमलोगों को सर्वे की जिम्मेवारी दी गई है। जल्द से जल्द सर्वे पूरा करके सरकार को रिपोर्ट सौंप दिया जाएगा।
कोलकाता से धनबाद होकर राष्ट्रीय उच्चपथ के समानांतर कारीडोर बिछाने की योजना है जो बरही तक हाईवे के समानांतर होने के बाद आगे पटना और बक्सर होकर वाराणसी तक जाएगा। यानी वाराणसी से बक्सर, पटना, बोधगया, बरही, धनबाद, आसनसोल, दुर्गापुर, बर्द्धमान और हावड़ा तक हाई स्पीड कारीडोर बनकर तैयार होगा।
हावड़ा से नई दिल्ली के बीच अभी सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है। रेलवे अधिकतम 130 की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों को 160 की गति से चलाने के लिए पसीना बहा रही है। सबकुछ योजना के मुताबिक हुआ तो 2024 तक सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलेंगी जिससे 12 घंटे में हावड़ा से नई दिल्ली पहुंच सकेंगे, पर जब हावड़ा से नई दिल्ली के बीच बुलेट ट्रेन चलेगी तो साढ़े पांच घंटे में ही यह फासला तय होगा। अभी इस दूरी को तय करने में 17 घंटे 15 मिनट लगते हैं। हावड़ा से वाराणसी तक प्रस्तावित हाई स्पीड कारीडोर हावड़ा-नई दिल्ली का ही हिस्सा है।