धनबाद: बीजेपी सांसद ढुलू महतो के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर करने वाले अधिवक्ता सोमनाथ चटर्जी के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को बीसीसीएल (Bharat Coking Coal Limited) के आग्रह पर प्रशासन ने सिजुआ क्षेत्र स्थित स्टफ क्वार्टर में उनके कब्जे वाले आवास को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
यह कार्रवाई मजिस्ट्रेट की निगरानी में की गई, जिसमें भारी संख्या में पुलिस बल और सीआईएसएफ के जवान तैनात थे। कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
नोटिस के बावजूद खाली नहीं किया आवास
अधिवक्ता सोमनाथ चटर्जी स्टफ क्वार्टर में रहते थे, जो बीसीसीएल की संपत्ति है। बताया गया कि उनकी मां बीसीसीएल में कार्यरत थीं और उनके सेवानिवृत्त होने के बाद भी परिवार ने आवास खाली नहीं किया। तीन साल पहले सोमनाथ की मां का निधन हो गया था, इसके बावजूद वह आवास पर कब्जा जमाए हुए थे। बीसीसीएल द्वारा कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद जब आवास खाली नहीं किया गया, तो अंततः प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी।
अवैध कब्जाधारियों में मचा हड़कंप
बिना पूर्व सूचना के अचानक हुई इस कार्रवाई से इलाके के अन्य अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोग और बीसीसीएल अधिकारी इस कार्रवाई को प्रशासन की सख्ती के रूप में देख रहे हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि से भी जोड़ा जा रहा मामला
सोमनाथ चटर्जी द्वारा बीजेपी सांसद ढुलू महतो के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में हाईकोर्ट में पीआईएल दायर करने के बाद यह कार्रवाई हुई है, जिससे राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा गर्म है। कई लोग इसे प्रतिशोध की कार्रवाई मान रहे हैं, जबकि प्रशासन और बीसीसीएल इसे कानून के तहत की गई नियमित कार्रवाई बता रहे हैं।
प्रशासन की सख्ती जारी
धनबाद जिला प्रशासन का कहना है कि बीसीसीएल की संपत्तियों पर अवैध कब्जा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में अब और भी सख्ती बरती जाएगी।
यह घटना न केवल धनबाद में बल्कि पूरे झारखंड में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर क्या राजनीतिक और कानूनी मोड़ आते हैं।