ऑपरेशन सिंदूर में घायल हुए बीएसएफ जवान राजेश कुमार का गोमो में भव्य स्वागत

धनबाद: देश की सरहद पर वीरता और साहस का परिचय देने वाले बीएसएफ जवान राजेश कुमार का रविवार को धनबाद जिले के गोमो रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया। जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तानी सेना को करारा जवाब देने वाले राजेश कुमार जब स्वस्थ होकर अपने घर लौटे, तो स्टेशन देशभक्ति के नारों और तालियों से गूंज उठा।

राजेश कुमार ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बावजूद उन्होंने मोर्चा नहीं छोड़ा और दुश्मन की 41 पोस्टों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान वे लगातार गोलियां बरसाते रहे और अंततः घायल अवस्था में उन्हें बीएसएफ के 166 मिलिट्री अस्पताल, सतवारी में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हो गए।

स्वागत में उमड़ा जनसैलाब

जैसे ही रविवार सुबह जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस से राजेश कुमार गोमो स्टेशन पहुंचे, वहां पहले से मौजूद लोगों ने फूल-मालाओं और देशभक्ति गीतों के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। स्टेशन परिसर में हर तरफ “भारत माता की जय” और “वीर जवान अमर रहें” के नारों की गूंज सुनाई दी।

इस मौके पर हरिहरपुर थाना पुलिस, तोपचांची अंचल अधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह, जिला परिषद सदस्य विकास कुमार महतो, विधायक प्रतिनिधि जगदीश चौधरी, सांसद प्रतिनिधि सुभाष रवानी, मुखिया प्रतिनिधि रवि सिंह समेत कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग मौजूद रहे। राजेश कुमार को पुष्पगुच्छ, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

डीसी ने दी वीरता की जानकारी

धनबाद के उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि गोमो के शिव मंदिर कालीपारा निवासी राधिका राग के पुत्र राजेश कुमार बीएसएफ की 120वीं बटालियन में तैनात हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान की गोलाबारी का डटकर सामना किया। घायल होने के बावजूद वे अंतिम क्षण तक मोर्चे पर डटे रहे। उनके साहसिक कार्य के लिए पूरा झारखंड गर्व महसूस कर रहा है।

बटालियन द्वारा राजेश कुमार को 5 जून से 2 जुलाई 2025 तक चिकित्सकीय अवकाश दिया गया है, जिससे वे पूरी तरह आराम कर सकें।

गर्व और सम्मान का प्रतीक बने राजेश कुमार

जवान के स्वागत में शामिल लोगों ने कहा कि राजेश कुमार जैसे वीर सपूतों की बदौलत ही देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। उनका साहस पूरे क्षेत्र के युवाओं को प्रेरणा देता है। गोमो के लोग अपने इस वीर बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं।

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