बोकारो जिले के चास प्रखंड में स्थित पिंड्राजोरा गाँव की पुलिस ने शराब लूटकांड के मामले में एक नाबालिग आरोपी को रिमांड होम की जगह जेल भेज दिया है। सोमवार को आरोपी की माँ शिकायत ले कर जब बाल कल्याण समिति के दफ्तर पहुंची, तब इस बात का खुलासा हुआ। समिति के समक्ष जेल में बंद अपने बेटे का जन्म प्रमाण पत्र रखते हुए साबित किया की उनका बेटा नाबालिग है। आरोपी की माँ द्वारा दिए गए दस्तावेज़ों में आरोपी का स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट और आधार कार्ड था जिसमे मई 2006 की जन्मतिथि अंकित है। चार फरवरी को जेल भेजे जाने के वक़्त आरोपी की उम्र महज़ 14 साल और 9 महीने थी। बाल कल्याण समिति ने सोमवार को पुलिस की लापरवाही को मद्देनज़र रखते हुए एसपी चन्दन झा एवं पिंड्राजोरा थाना प्रभारी को पत्र लिखा, ताकि आरोपी को सही स्थान पर भेज कर उसके आचरण में सुधार लाया जा सके।
आपको बता दें कि 25 मई 2020 की रात राज्य में विदेशी शराब सप्लाई करने वाली डिस्टिलिरिस वेब्रियर के कांड्रा स्थित गोदाम में गार्ड को बंधक बना कर 15 लाख की शराब की डकैती हुई थी। गोदाम के मैनेजर द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों पर केस दर्ज हुआ और जांच शुरू हुई। जांच के दौरान पता चला कि मैनेजर ही डकैती का मास्टरमाइंड है। पूछताछ के दौरान कई नाम सामने आये जिसमे जेल भेजा गया नाबालिग आरोपी भी शामिल था।
इस पूरे मामले पर बाल कल्याण समिति की सदस्य संध्या सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि कानूनी प्रावधान के विरूद्ध नाबालिग आरोपी को रिमांड होम की जगह जेल भेजा गया है। मामला एसपी के विचाराधिकार में लाया गया है।