जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने धनबाद सदर अस्पताल को कॉर्पोरेट की तरह बनाने की घोषणा की है। जिसके अनुसार विभाग व जिला प्रशासन अस्पताल को विकसित करने में जुट गए हैं | अस्पताल में इंडोर सेवा होने के साथ रोगियों के इलाज़ के लिए खून की भी जरूरत होगी। इसीलिए अस्पताल में ब्लड बैंक के लिए एक स्टोर रूम बनाया जाएगा। अस्पताल के प्रभारी डॉ राजकुमार सिंह ने बताया कि जब मरीज यहां भर्ती होने लगेंगे, तब एसएनएमएमसीएच के ब्लड बैंक से जरूरत के हिसाब से खून मंगाया जाएगा। अस्पताल में ब्लड को 10 से 15 दिनों तक स्टोर में रखने की क्षमता होगी। साथ ही , इसके लिए आवश्यक मशीन खरीदे जाएंगे। गुरुवार को स्टोर रूम के लिए स्थान का चयन किया जाएगा।
विभागीय अधिकारियों की माने तो 3 से 4 महीने में अस्पताल पूरी तरह से शुरू हो जाएगा। फिलहाल अभी धनबाद सदर अस्पताल में अनेक प्रकार की ओपीडी सेवा शुरू हो गई है | आपको बता दें कि सदर अस्पताल में एसएनएमएमसीएच से ब्लड लाने की कोशिश हो रही है। लेकिन स्थाई तौर पर अस्पताल का अपना ब्लड बैंक शुरू करने की कवायद भी शुरू कर दी गई है।इसके लिए सरकार को एक सौ यूनिट के ब्लड बैंक के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। लाइसेंस मिलने के बाद यहां ब्लड बैंक शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही ,सदर अस्पताल में 24 घंटे एंबुलेंस की भी सेवा दी जाएगी। इसके लिए मुख्यालय से पहले ही दो एंबुलेंस दिए गए हैं। फिलहाल सदर अस्पताल पूरी तरह से शुरू नहीं होने के कारण एंबुलेंस को स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा गया है।