भाजपा ने परिवर्तन यात्रा के जरिये 387 सभाओं के माध्यम से हेमंत सरकार पर साधा निशाना….

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने झारखंड में विधानसभा चुनावों से पहले ‘परिवर्तन यात्रा’ के माध्यम से अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस यात्रा के दौरान भाजपा ने 387 छोटी-बड़ी सभाओं का आयोजन कर राज्य की जनता से सीधा संवाद किया और राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर किए गए वादों को लेकर सवाल खड़े किए. जनता से पूछा गया, “मुझे तो नहीं मिला, आपको मिला क्या?” इस दौरान भाजपा ने अपने एजेंडे और विचारधारा को जनता के सामने रखने का काम किया.

परिवर्तन यात्रा की शुरुआत और उद्देश्य

परिवर्तन यात्रा की शुरुआत 20 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संताल परगना प्रमंडल और गिरिडीह के झारखंड धाम से की थी. यह यात्रा 13 दिनों तक चली, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के नेताओं ने हिस्सा लिया और विभिन्न जिलों में सभाएं कीं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 21 सितंबर को हजारीबाग से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की थी, जबकि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हजारीबाग के इटखोरी और पलामू के भवनाथपुर स्थित बंशीधर मंदिर से यात्रा का शुभारंभ किया. दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल के खूंटी जिले से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 23 सितंबर को इस यात्रा की शुरुआत की.

बड़े नेताओं की भागीदारी

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, और अन्य कई प्रमुख नेताओं ने विभिन्न सभाओं में भाग लिया. इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश स्तर के नेता जैसे बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, और चंपई सोरेन भी इस यात्रा का हिस्सा बने.

5209 किलोमीटर की यात्रा

भाजपा की परिवर्तन यात्रा ने झारखंड के सभी 24 जिलों और 81 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया. इस दौरान 223 प्रखंडों और 516 सांगठनिक मंडलों में सभाओं का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 49 लाख लोग शामिल हुए. यात्रा के दौरान 5209 किलोमीटर की दूरी तय की गई.

यात्रा का समापन

भाजपा के अनुसार, यह यात्रा राज्य में सत्ता परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगी और डबल इंजन की सरकार बनाने में सहायक सिद्ध होगी. परिवर्तन यात्रा का समापन 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस यात्रा के संयोजक और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश का कहना है कि यह यात्रा झारखंड में भाजपा के लिए एक निर्णायक कदम साबित होगी.

भाजपा की रणनीति

इस परिवर्तन यात्रा का मुख्य उद्देश्य राज्य की हेमंत सोरेन सरकार की नीतियों और वादों पर सवाल खड़े करना था. भाजपा ने यह मुद्दा उठाया कि हेमंत सरकार ने चुनाव से पहले किए वादों को पूरा नहीं किया, और जनता से पूछा कि उन्हें सरकार से क्या मिला। भाजपा ने यह भी जोर दिया कि राज्य में भाजपा की डबल इंजन सरकार ही झारखंड के विकास को गति दे सकती है.

जनता के साथ संवाद

परिवर्तन यात्रा के दौरान भाजपा नेताओं ने राज्य के हर कोने में जाकर जनता से सीधा संवाद किया. उन्होंने न केवल वर्तमान सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए, बल्कि अपने खुद के विकास एजेंडे को भी जनता के सामने रखा. इस यात्रा के दौरान भाजपा ने जनता को यह बताने का प्रयास किया कि राज्य में केवल भाजपा ही विकास का असली जरिया हो सकती है.

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