रांची: प्रदेश भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूछा है कि आखिर करोड़ों रुपये की लागत से बने मोरहाबादी मैदान के ऐतिहासिक बहुउद्देशीय स्टेज को बिना किसी ठोस कारण के क्यों ध्वस्त किया गया। पार्टी ने इस कदम को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की धरोहरों को मिटाने की साजिश बताया है।
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने रविवार को प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि मोरहाबादी मैदान का यह स्टेज झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक स्थल रहा है। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रमों के आयोजन के साथ-साथ यह अनेक ऐतिहासिक रैलियों और समारोहों का साक्षी रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसी स्टेज से दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
शाहदेव ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस स्टेज को तोड़ने का कोई भी उचित कारण सार्वजनिक नहीं किया है। उन्होंने कहा, “इसका सीधा संकेत है कि वर्तमान सरकार पूर्व भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए जनहितकारी कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से समाप्त करने में लगी है।”
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी सवाल उठाया कि जब राज्य के कई विभाग फंड की कमी से जूझ रहे हैं और विभिन्न योजनाओं की राशि अन्य मदों में डाइवर्ट की जा रही है, तब ऐसे बहुउद्देशीय उपयोग की संरचना को ध्वस्त करना जनता के पैसे की बर्बादी नहीं तो और क्या है?
उन्होंने कहा, “यह सरकार अबुआ सरकार के नाम पर केवल प्रचार करती है, लेकिन असल में यह बिना ठोस कारण के स्मारकों को ध्वस्त करने वाली सरकार बन चुकी है। जनता को इसका जवाब अवश्य मांगना चाहिए।”
इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने सरकार से पारदर्शिता बरतने और पूरे मामले में स्पष्टीकरण देने की मांग की है। वहीं, विपक्ष इस मामले को विधानसभा सत्र में भी उठाने की तैयारी में है। झारखंड की राजनीति में यह विवाद आने वाले दिनों में और गरमाने की संभावना है।