झारखंड की राजधानी रांची में बिहार से आये दो पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों ने पीट दिया। घटना कांके थाना क्षेत्र के मिल्लत कॉलोनी की है जहाँ झारखंड आए बिहार पुलिस के दो जवानों की गांव वालों ने पिटाई कर दी। ये दोनों जवान सादे लिबास में थे। बिहार पुलिस वारंट लेकर मिल्लत कॉलोनी निवासी गुलाम अशरफ उर्फ रौनक को दहेज के केस में गिरफ्तार करने पहुंची थी। यहां आरोपी रौनक बाल दाढ़ी बनवाने सैलून जा रहा था। तभी कार नंबर एचआर 51एन 4086 में सवार सादे लिबास में सवार बिहार पुलिस के दो जवानों ने रौनक को रोक लिया और उससे पूछताछ करने लगे। अभी पूछताछ चल ही रही थी कि रौनक का साला इंतखाब कार से नीचे उतरा और उसकी पहचान कर दी।
इतना देखते ही रौनक ने किडनैपर का शोर मचा दिया। इसके बाद आसपास मौजूद लोग वहां जुट गए। इसके बाद भीड़ ने पुलिस टीम को घेर लिया। अपहरणकर्ता समझ बिहार पुलिस के दोनों जवानों की पिटाई कर दी गई। इस दौरान रौनक मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। बाद में कुछ लोग वहां बीच बचाव के लिए जुटे तो बिहार पुलिस के जवानों ने अपनी आईडी दिखाई। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। लेकिन उनलोगों के पास वारंट पेपर नहीं होने पर ग्रामीण फिर से उतेजित हो गए। घटना के आधे घंटे के बाद सीवान महिला थाना की प्रभारी अराधना कुमारी पुलिस वर्दी में पहुंचीं।
बिहार पुलिस ने नहीं दी थी कांके पुलिस को खबर
कहा जा रहा है कि बिहार पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर कोई भी सूचना कांके पुलिस को नहीं दी थी। घटना की सूचना पर कांके पुलिस सभी को थाने ले आई और वहां पूछताछ की। सीवान पुलिस के साथ आए इंतखाब आलम पर भी रौनक की मां ने लूटपाट और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। इंतखाब का रांची कोर्ट से वारंट जारी है, उसके बाद भी वह पूरे दिन थाना परिसर में घूमता रहा। लेकिन केस के आईओ के शहर से बाहर रहने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। आपको बता दें कि गुलाम अशरफ उर्फ रौनक की शादी दो वर्ष पूर्व सीवान के अफरोज आलम की पुत्री कहकशां परवीन से हुई थी। शादी के दूसरे रोज से ही विवाद को लेकर दोनों परिवारों में खटास हो गई। इसी में दहेज मांगने का केस दर्ज कराया गया था।