नक्सलियों की बडी साजिश नाकाम, 50 केन बम बरामद..

सरायकेला: सरायकेला-खरसावां जिले में लगभग दम तोड़ रही नक्सली गतिविधियों के बीच पुलिस की सतर्कता भी नक्सलियों पर भारी पड़ रही है। इसी क्रम में सरायकेला-खरसावां पुलिस को भाकपा माओवादी नक्सली संगठन रमेश उर्फ अनल दा दस्ता के पुलिस पार्टी और ग्रामीणों को भारी नुकसान पहुंचाने के नापाक मंसूबों को नाकाम करने में भारी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अभियान चलाकर कुचाई थाना के दलभंगा ओपी क्षेत्र अंतर्गत दो जंगली कच्चे पहाड़ी रास्तों से सीरीज में बिछाए गए करीब 50 केन बम बरामद करने में सफलता हासिल की है।

पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुचाई थाना के दरभंगा ओपी क्षेत्र अंतर्गत नीमडीह, पाण्डूबुरु एवं डोडारदा जाने वाले जंगली कच्ची पहाड़ी रास्ते में सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के रमेश उर्फ अनल दा दस्ता द्वारा आईईडी बम प्लांट करके रखा गया है। सूचना के सत्यापन और आगे की कार्रवाई के लिए अपर पुलिस अधीक्षक अभियान पुरुषोत्तम कुमार एवं सीआरपीएफ 157 बटालियन के 21 सी नीरज सिंह राठौर के नेतृत्व में जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ की एफ/157 एवं ए/157 बटालियन, झारखंड जगुआर की एजी-07 एवं 25 झारखंड जगुआर की बीडीडीएस टीम-5 एवं सैट-39 के द्वारा एक संयुक्त विशेष अभियान चलाया गया। उक्त अभियान में शामिल सुरक्षाबलों द्वारा सतर्कतापूर्वक नीमडीह-पाण्डुबूरु से कुदाहातू जाने वाले जंगली कच्ची पहाड़ी रास्ते में सीरीज में बिछाए गए प्रत्येक 3 से 5 किग्रा वजन के कमांड मेकैनिज्म वाले करीब 25 केन बम बरामद किया गया।

अनल दस्ते का हाथ..
इसी क्रम में शुक्रवार को भी चलाए गए अभियान के दौरान रुगुडीह से डोडारदा जाने वाली जंगली कच्चे पहाड़ी रास्ते में सीरीज में बिछाए गए प्रेशर मैकेनिज्म के प्रत्येक 2 से 3 किग्रा वाले करीब 25 केन बम बरामद किया गया। अभियान के दौरान बरामद किए गए आईईडी को बम निरोधक दस्ता द्वारा सावधानीपूर्वक विनाश कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षाबलों एवं ग्रामीणों को भारी जानमाल का नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से अनल दा की दस्ता के द्वारा उक्त आईइडी बम प्लांट किया गया था। उन्होंने बताया कि अभियान में भाग लेने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मी तथा सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर, बीडीडीएस टीम, सैट एवं जिला पुलिस बल के जवानों की कड़ी लगन, मेहनत, कर्तव्य निष्ठा एवं निर्भयता के साथ किया गया ड्यूटी काफी सराहनीय है। जिला पुलिस द्वारा समय रहते हुए की गई कार्रवाई और मिली सफलता से अनल उर्फ रमेश के दस्ता को एक बड़ा झटका लगा है।

पुरस्कार की अनुशंसा..
अभियान में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों और सुरक्षा बल जवानों के लिए उचित पुरस्कार की अनुशंसा की गयी है। अभियान में झारखंड जगुआर के डीएसपी वरुण रजक, सहायक समादेष्टा धनंजय कुमार, सीआरपीएफ के सहायक समादेष्टा प्रदीप कुमार, सहायक समादेष्टा मनीष कुमार, दरभंगा ओपी के सतवीर सिंह, खरसावां थाना प्रभारी प्रकाश कुमार रजक, पुलिस अवर निरीक्षक सनोज कुमार चौधरी, पुनिसीर पिकेट प्रभारी राहुल दुबे, कुचाई थाना के पुलिस अवर निरीक्षक गुंजन कुमार, झारखंड जगुआर की बीडीडीएस टीम, कृष्णा टोप्पो, जितेंद्र कुमार, गुरुवा मुंडा, जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ एवं झारखंड जगुआर के जवान शामिल रहे।

हो सकता था बडा नुकसान..
पिछले तीन सितंबर को कुचाई थाना के दलभंगा ओपी अंतर्गत रूगुडीह से डोडारदा जाने वाले कच्चे रास्ते में सुरक्षाबलों को सीरिज में लगाए गए 35 केन बम मिले थे। सभी केन बम 4 से पांच किग्रा के थे। जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बम निरोधक दस्ते ने सभी केन बम को नष्ट किया था। आईईडी बम को सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों की ओर से प्लांट किए गए थे। सीरिज में लगाए गए ये बम काफी बड़ा नुकसान पहुंचा सकते थे। एसपी ने नक्सलियों से समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए टीम में शामिल सभी जवानों एवं पदाधिकारियों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने सभी के मनोबल को ऊंचा बनाए रखने हेतु उचित पुरस्कार के लिए अनुशंसा किए जाने की बात कही।