चतरा: झारखंड के चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। नवादा और धनखेरी पंचायत के रोजगार सेवक उमेश कुमार को 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
Follow the Jharkhand Updates channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VafHItD1SWsuSX7xQA3P
जानकारी के अनुसार, उमेश कुमार पर आरोप था कि वह किसी सरकारी योजना का लाभ दिलाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने मामले की जांच की और शिकायत को सही पाया। इसके बाद एक जाल बिछाकर आरोपी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
शिकायतकर्ता ने बताया कि उमेश कुमार ने सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए 5,000 रुपये अग्रिम राशि के रूप में मांगे थे। इस पर शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया। एसीबी ने शिकायत की पुष्टि करने के बाद जाल बिछाया और जैसे ही उमेश कुमार ने रिश्वत की रकम ली, उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
इलाके में मचा हड़कंप
एसीबी की इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामलों में ऐसे सख्त कदम उठाने से आम जनता को राहत मिलेगी और सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक सही तरीके से पहुंचेगा।
एसीबी की टीम ने उमेश कुमार को हिरासत में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले में और भी अधिकारियों या कर्मचारियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई एक सख्त संदेश देती है कि सरकारी सेवकों द्वारा रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।