होली से पहले बाजार में मिलावटी पनीर-खोवा की भरमार, त्योहार के बाद आएगी जांच रिपोर्ट……

होली का त्योहार नजदीक है और बाजारों में खरीदारी जोरों पर है. इस बार होली 15 मार्च को पड़ रही है, और चूंकि यह शनिवार को है, इसलिए अधिकतर लोग शाकाहारी पकवानों पर जोर देंगे. इस मौके पर दूध और इससे बने उत्पादों की मांग काफी बढ़ जाती है, खासकर पनीर और खोवा की. लेकिन सवाल यह है कि जो चीजें हम खरीद रहे हैं, वे शुद्ध हैं या नहीं? क्योंकि बाजार में सस्ते और मिलावटी पनीर-खोवा की भरमार है.

मिलावट की जांच में देरी, त्योहार के बाद मिलेगी रिपोर्ट

फूड डिपार्टमेंट ने मिलावट की जांच के लिए रांची के नामकुम स्थित फूड टेस्टिंग लैब में सैंपल भेजे हैं, लेकिन जांच प्रक्रिया इतनी धीमी है कि इसके नतीजे त्योहार के बाद ही आएंगे. पिछली बार भी यही स्थिति थी. पिछले साल होली से पहले फूड इंस्पेक्टरों ने कई प्रतिष्ठानों से खाद्य सामग्री के सैंपल लिए थे, लेकिन रिपोर्ट त्योहार खत्म होने के बाद आई थी. जांच में 13 प्रतिष्ठानों के उत्पाद मिलावटी पाए गए थे और उन पर 23,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. इसके बावजूद मिलावटखोरों पर कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि इस साल फिर से कई प्रतिष्ठानों के उत्पाद संदिग्ध पाए गए हैं.

कैसे पहचाने कि पनीर-खोवा मिलावटी है या शुद्ध?

फूड एनालिस्ट चतुर्भुज मीणा ने बताया कि घर में भी कुछ आसान तरीकों से मिलावट की पहचान की जा सकती है.

पनीर और खोवा की जांच

• बाजार से पनीर खरीदने के बाद उसका एक छोटा टुकड़ा लें.

• उस पर टिंक्चर आयोडीन की कुछ बूंदें डालें.

• अगर पनीर का रंग गहरा बैंगनी हो जाता है, तो उसमें स्टार्च की मिलावट है.

• अगर उसका रंग पीला ही बना रहता है, तो समझिए कि वह शुद्ध है.

मिर्च पाउडर में मिलावट की पहचान

• सफेद कागज पर थोड़ी मात्रा में मिर्च पाउडर रखें और इसे अंगुली से रगड़ें.

• अब कागज को हवा में लटकाएं.

• अगर कागज पर लाल रंग चिपक जाता है, तो इसका मतलब है कि उसमें रंग मिलाया गया है.

• अगर रंग उड़ जाता है, तो मिर्च पाउडर शुद्ध है.

बेसन में मिलावट की जांच

• होली पर बेसन की भी खूब बिक्री होती है.

• मिलावटखोर चने की दाल की जगह मटर पीसकर बेसन में मिलाते हैं.

• इसकी पहचान स्वाद से की जा सकती है. अगर बेसन का स्वाद अलग लगे, तो समझ लें कि उसमें मिलावट है.

तेल में मिलावट की पहचान

तेल में मिलावट की जांच के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन यह अब आसानी से नहीं मिलता. ऐसे में तेल को चखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह शुद्ध है या नहीं.

होटल-रेस्टोरेंट में जांच अभियान तेज

• फूड इंस्पेक्टर सुबीर रंजन अपनी टीम के साथ शहर के होटल और मिठाई की दुकानों की जांच कर रहे हैं. बुधवार को कांके रोड और मेन रोड स्थित छह प्रतिष्ठानों से पनीर और खोवा के सैंपल लिए गए.

• मेन रोड के पंजाब स्वीट हाउस से खोवा और मिल्क केक का सैंपल लिया गया.

• सिंह मोड़ स्थित मैथिली स्वीट्स से पनीर का सैंपल लिया गया.

• हटिया चौक के मां जगदंबा स्वीट्स में छह किलो मिलावटी पनीर जब्त कर नष्ट किया गया.

• जांच के लिए सभी सैंपल लैब भेजे गए हैं.

त्योहार के समय मिलावटी सामान ज्यादा बिकते हैं

फूड इंस्पेक्टर सुबीर रंजन के अनुसार, त्योहारों के समय मिलावटखोर अधिक सक्रिय हो जाते हैं. बाजार में बड़ी मात्रा में पनीर और खोवा बाहर से मंगवाया जाता है, जिनमें मिलावट की संभावना अधिक होती है. जांच प्रक्रिया के तहत सैंपल लेकर लैब भेजा जाता है, लेकिन रिपोर्ट आने में वक्त लगता है. इसलिए मिलावट का पता त्योहार के बाद ही चलता है.

सतर्क रहें, मिलावटी खाद्य सामग्री से बचें

• मिलावट से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम खुद जागरूक रहें.

• हमेशा प्रतिष्ठित दुकानों से ही सामान खरीदें.

• बहुत सस्ता पनीर या खोवा न खरीदें, क्योंकि उसमें मिलावट की संभावना अधिक होती है.

• घर पर ही छोटे परीक्षण करें और मिलावट की पहचान करें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×