श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है. हर साल की तरह इस साल भी श्रावणी मेला धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते हैं. श्रावणी मेला इस बार 22 जुलाई से शुरू होकर पूरे महीने चलेगा.
श्रावणी मेला की शुरुआत
श्रावणी मेला का शुभारंभ 22 जुलाई को पूर्णिमा के दिन किया जाएगा. इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस दिन बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और भक्तजन बड़ी संख्या में बाबा के दर्शन के लिए आते हैं. मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है.
श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़
बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रावण मास के दौरान लाखों श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं. श्रावण मास की शुरुआत संक्रांति से होती है और इस महीने में चार सोमवार विशेष महत्व रखते हैं. इस दौरान भक्तजन बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहते हैं. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें अस्थायी छत वाले वाहन और वीआईपी दर्शन पर रोक शामिल है.
मेले की खासियत
श्रावणी मेले की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां न केवल झारखंड बल्कि अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं. बिहार, बंगाल, असम समेत कई राज्यों से भक्तजन बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. इस दौरान मेले में विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, जो मेले की रौनक को और बढ़ा देता है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस और प्रशासन की टीम चौबीसों घंटे सतर्क रहती है. साथ ही, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्थ कैंप और पानी की व्यवस्था भी की गई है. प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दौरान बाबा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और भक्तजन बड़ी संख्या में इन कार्यक्रमों में भाग लेते हैं. मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ की शोभायात्रा भी निकाली जाती है, जो मेले का प्रमुख आकर्षण होती है.
श्रद्धालुओं की सेवा
श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संगठन और समाजसेवी संस्थाएं आगे आती हैं. ये संस्थाएं श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करती हैं और उनकी हर संभव मदद करती हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चिकित्सा शिविर और ठहरने की व्यवस्था भी की गई है.
परंपराओं का पालन
श्रावणी मेले के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम में कई परंपराओं का पालन किया जाता है. बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और भक्तजन बड़ी श्रद्धा के साथ बाबा के चरणों में जलाभिषेक करते हैं. इस दौरान मेले में विशेष हवन, यज्ञ और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाते हैं, जिनमें श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं.
श्रावणी मेले का महत्व
श्रावणी मेला धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस मेले में बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा अर्चना की जाती है और भक्तजन बड़ी श्रद्धा के साथ बाबा के दर्शन के लिए आते हैं. श्रावण मास के दौरान बाबा बैद्यनाथ धाम में उमड़ने वाली भीड़ इस मेले की महत्ता को और बढ़ा देती है.