झारखंड में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जगत के पालनहार भगवान श्री कृष्ण का अवतार होने वाला है। घर-घर पालना सजाए गए हैं। खुशियां छाई हुई हैं। मंगल गीत गाए जा रहे हैं। पूजा अर्चना शुरू हो गई है। घरों में बच्चों को कन्हैया की तरह तैयार किया गया है। लोगों ने अपने घर के पूजा स्थलों में लड्डू गोपाल की मूर्तियां स्थापित की है। घरों और पूजा घरों को फूलों से सजाया गया है। लोगों ने उपवास रखा हुआ है। जगह-जगह हवन पूजन चल रहे हैं। रात 12:00 बजे श्री हरि नारायण का आगमन होगा। बधाईयां गाने वाली टोलियां घर-घर पहुंची हुई है। जिन घरों में पालना स्थापित नहीं किए गए हैं, उन घरों के लोग अपने आस-पड़ोस के घरों में पहुंचे हुए हैं। भगवान कृष्ण की महिमा का गुणगान हो रहा है।
सजाए गए मंदिर, गर्भ गृह में हो रही पूजा, भक्तों को प्रवेश नहीं
हालाकिं सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए कृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिरों में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया है। लेकिन सभी जगहों पर पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना हो रही है। कई मंदिरों को बेहद आकर्षक तरीके से सजाया गया है। गर्भगृह में डोल स्थापित किया गया है। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रभु के अवतरण की प्रतीक्षा हो रही है। कीर्तन मंडलियां गायन कर रही हैं।