झारखंड की राजनीति में चुनावी हलचल तेज हो गई है. विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. पार्टी के नेता लगातार हेमंत सोरेन की सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इसी क्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को गुमला जिले के घाघरा में एक परिवर्तन सभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन सरकार को झूठी और भ्रष्ट सरकार करार दिया. उन्होंने राज्य में धर्मांतरण और घूसखोरी की बढ़ती घटनाओं को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि इन समस्याओं का समाधान केवल भाजपा सरकार ही कर सकती है.
धर्मांतरण और घूसखोरी पर भाजपा का हमला
बाबूलाल मरांडी ने अपने भाषण में मुख्य रूप से राज्य में धर्मांतरण और घूसखोरी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार में धर्मांतरण की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जो राज्य के आदिवासी समुदाय के अस्तित्व और पहचान के लिए खतरा है. उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार आदिवासियों की जनसंख्या को कम करने की साजिश कर रही है, जिससे आदिवासी समाज की राजनीतिक शक्ति कमजोर हो. मरांडी ने कहा कि यदि झारखंड में धर्मांतरण और घूसखोरी को रोकना है, तो भाजपा की सरकार को सत्ता में लाना जरूरी है. उन्होंने कहा, “झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार घूसखोरी का सबसे बड़ा उदाहरण है. इस सरकार में बिना पैसे के कोई काम नहीं होता. अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, और राज्य की जनता के लिए केंद्र से भेजी गई राशि का लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंचता”. उन्होंने सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में विकास कार्य ठप हैं और जनता को झूठे वादों के अलावा कुछ नहीं मिला.
हेमंत सोरेन की सरकार पर झूठे वादों का आरोप
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार को वादाखिलाफी की सरकार कहा. उन्होंने याद दिलाया कि चुनावों से पहले सोरेन सरकार ने 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी बेरोजगार को नौकरी नहीं मिली. इसी तरह, बिटिया योजना के तहत 75,000 रुपये देने का वादा किया गया था, परंतु हकीकत यह है कि आज तक किसी को 75 रुपये भी नहीं मिले. मरांडी ने सोरेन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “यह सरकार सिर्फ झूठे वादों और भ्रष्टाचार पर टिकी हुई है. आदिवासियों की सुरक्षा और विकास की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं”.
आदिवासी समाज की जनसंख्या कम होने का आरोप
मरांडी ने अपने भाषण में आदिवासी समाज की घटती जनसंख्या को लेकर भी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यदि आदिवासियों की संख्या कम होती रही, तो विधानसभा और लोकसभा में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटें भी कम हो जाएंगी, जिससे उनके प्रतिनिधित्व में कमी आएगी. उन्होंने कहा, “यह आदिवासी समाज और आदिवासियत को समाप्त करने की साजिश है. यदि आदिवासी समाज को बचाना है, तो भाजपा की सरकार बनानी होगी”.
भ्रष्टाचार और विकास पर सवाल
मरांडी ने राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता जताते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार घूसखोरी का सबसे बड़ा केंद्र बन चुकी है. बिना घूस दिए कोई भी सरकारी काम नहीं होता. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में चल रहे विकास कार्य ठप पड़े हैं और जनता तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच रहा. उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार राज्य के विकास के लिए धन भेजती है, लेकिन यहां की सरकार और अधिकारी उस धन को जनता तक पहुंचने नहीं देते”. मरांडी ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि वे राज्य के प्राकृतिक संसाधनों की लूट कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “यह सरकार बालू और जंगल की लूट में शामिल है. राज्य की जमीनें बेची जा रही हैं और इसके परिणामस्वरूप आदिवासी समुदाय को अपनी जमीन से बेदखल किया जा रहा है”.
भाजपा का परिवर्तन अभियान
भाजपा ने राज्य में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत कर दी है. “परिवर्तन रथ” के जरिए भाजपा राज्य के कोने-कोने में जाकर जनता से संवाद कर रही है. बाबूलाल मरांडी का कहना है कि राज्य में परिवर्तन की जरूरत है और यह परिवर्तन केवल भाजपा ही ला सकती है. मरांडी ने कहा, “झारखंड में इस सरकार को बदलना जरूरी है. यदि हम चाहते हैं कि राज्य का विकास हो, आदिवासियों की सुरक्षा हो, और भ्रष्टाचार समाप्त हो, तो हमें भाजपा की सरकार को वापस लाना होगा”.
सम्मान समारोह और राजनीतिक संदेश
अपने भाषण के अंत में बाबूलाल मरांडी ने वर्ल्ड इंडिया इंटरनेशनल प्रतियोगिता 2024 के विजेताओं, चंद्रमुनि कुजूर और हीरामणि कुजूर को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.