रांची: झारखंड के कुख्यात अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को अजरबैजान से रांची लाने की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस सिलसिले में झारखंड की एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड (एटीएस) की तीन सदस्यीय टीम अजरबैजान रवाना होगी। टीम का नेतृत्व एटीएस एसपी ऋषभ झा करेंगे। राज्य सरकार ने इस मिशन के लिए प्रशासनिक एवं आर्थिक मंजूरी दे दी है। गृह विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
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मयंक सिंह, जो राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नयी मंडी थाना क्षेत्र और पुरानी मंडी घड़ासान का निवासी है, पर झारखंड के विभिन्न जिलों में करीब 43 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें रांची, चतरा, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़ और पलामू जैसे जिले शामिल हैं। राजधानी रांची में ही उसके खिलाफ सर्वाधिक मामले दर्ज हैं।
मयंक सिंह पर रामगढ़ के पतरातू में धमकी देने, गिरिडीह जेलर को धमकाने, और तुपुदाना एवं रामगढ़ के कई व्यवसायियों से रंगदारी मांगने जैसे संगीन आरोप हैं। लातेहार में उसने सुजीत सिन्हा और अमन साहू गिरोह के साथ मिलकर रंगदारी के लिए फायरिंग कराने की जिम्मेदारी भी ली थी।
एटीएस ने पहले ही राजस्थान जाकर मयंक के खिलाफ इश्तेहार वारंट का तामिला कर लिया था। इंटरपोल से जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर अजरबैजान में उसकी गिरफ्तारी हुई। अब प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे भारत लाया जा रहा है।
इस पूरे अभियान की निगरानी खुद झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मयंक सिंह को अजरबैजान से लाने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। “गृह विभाग से आदेश जारी हो चुका है, और एटीएस की टीम बहुत जल्द रवाना होगी,” डीजीपी ने कहा।