झारखंड में डायन कहकर महिलाओं पर जारी है अत्याचार..

विज्ञान का दायरा दिनानुदिन बढ़ता जा रहा है और विकास के नित्य नए-नए मानदंड तय किए जा रहे हैं। बावजूद इसके हमारा समाज अंधविश्वास में ही डूबा हुआ है। स्थिति यह है कि डायन के नाम पर त्रासदी अब भी जारी है। झारखंड में तो डायन के नाम पर कई निर्दोष महिला की जिंदगी तबाह की जा चुकी है। अब ऐसा ही मामला राज्य के साहिबगंज और दुमका जिले से आया है। साहिबगंज में डायन-बिसाही के संदेह में गांव के दबंगों की ओर से दंपती को प्रताड़ित किया है। पति-पत्नी के साथ जमकर मारपीट की गई। परिवार न्याय के लिए चार दिनों तक थाने के चक्कर लगाता रहा। कोई कार्रवाई नहीं हुई। रविवार की शाम पति की हालत अचानक बिगड़ गई। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं पत्नी की स्थित भी गंभीर बनी हुई है। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर टोपरा गांव का है। मरने वाले व्यक्ति का नाम भीम नारायण सिंह 65 वर्ष बताया जा रहा है। वहीं इलाजरत महिला का नाम इंद्रावती देवी है। मारपीट का आरोप गांव के मुखिया पर लगा है।

मामले में साहिबगंज SP अनुरंजन किस्पोट्‌टा ने दावा किया कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से शिकायत की गई थी। पुलिस इसकी जांच कर रही थी। इसी दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। मरने वाले व्यक्ति के बेटे राम नारायण सिंह ने बताया कि गत 2 दिसंबर की शाम करीब 6:00 बजे पिता भीम नारायण व माता इंद्रावती देवी साहिबगंज अपने घर आ रहे थे। वह लोग जैसे ही रामपुर टोपरा पहुंचे। वहां पहले से मौजूद मंजू देवी पति महेश सिंह, ब्रह्मदेव सिंह, रवि सिंह व चंदेश्वर सिंह ने उन पर हमला कर दिया। उनके मां बाप पर डायन-बिसाही व प्रेतात्मा होने का आरोप लगाते हुए पीटा गया।

इधर दुमका के जरमुंडी के मधुवाटिकर गांव में 58 वर्षीय महिला को डायन होने का आरोप लगाकर मैला पिलाया गया है। महिला के 60 वर्षीय पति ने पुलिस को बताया कि आरोपित अक्सर उसकी पत्नी को डायन बताकर मारपीट करते थे। तीन दिसंबर को भी पत्नी के साथ आरोपितों ने मारपीट की। धमकी दी कि अगर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई तो इसका प्रतिफल अच्छा नहीं होगा। किसी तरह हिम्मत कर परिवार ने मामला दर्ज कराया। गांव के ही कुछ लोगों ने इस संबंध में गवाही भी दी है। महिला ने अपने बयान में कहा है कि 1 माह पहले भी उसको प्रेतात्मा बताकर मारपीट की गई थी। इस दौरान गांव के लोगों ने बीच-बचाव कर समझौता कराने की बात कही थी। मामले को दबा दिया था। इसके बाद से आरोपितों का मन बढ़ गया। गत 22 नवंबर की सुबह फिर उसकी पत्नी पर गांव के कुछ लोगों ने डायन का आरोप लगाया। इसके बाद आधा दर्जन से अधिक लोगों ने पहले मारपीट की। इसके बाद दया देवी, रितू देवी और दुबन दर्वे ने पत्नी का हाथ पकड़ लिया और एक गिलास में मैला घोलकर जबरन पिला दिया। इस मामले में पीड़ित की ओर से नौ लोगों के खिलाफ नामजद FIR की गई है। पुलिस दावा कर रही है कि वह आरोपियों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

बता दें की झारखंड में यह स्थिति तब है जब डायन-बिसाही के संदेह में लगातार महिलाओं के साथ सामूहिक हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन व पुलिस लगातार सामाजिक जागरूकता का दावा करते हैं। बावजूद इसके हालात में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा। झारखंड पुलिस के आंकड़े के अनुसार वर्ष 2015 से 2021 के बीच डायन बिसाही के संदेह में 259 लोगों की हत्या की गई। इस दौरान राज्य में कुल 4680 मामले दर्ज हुए। इसमें सबसे ज्यादा 211 महिलाओं की हत्या हुई।

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