झारखंड सरकार ने कैंसर के इलाज के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत 15 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा की है. इस नई सुविधा के तहत अब आठ लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले मध्यमवर्गीय परिवार भी लाभ उठा सकेंगे. यह कदम आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा से एक बड़ा उन्नयन है, जो अब तक केवल राशन कार्डधारी परिवारों के लिए उपलब्ध थी. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में कैंसर को शामिल करने का निर्णय हाल ही में लिया गया है, और इसका लाभ झारखंड के नागरिकों को मिलने लगा है. इस योजना के अंतर्गत मरीजों को 15 लाख रुपये तक की सहायता प्रदान की जाएगी, जो उन्हें गंभीर बीमारियों के इलाज में मदद करेगी. यह सुविधा उन मरीजों के लिए है जिनकी आय आठ लाख रुपये तक है, और यह सुविधा राशन कार्डधारी परिवारों के लिए नहीं है, बल्कि व्यापक दायरे में उपलब्ध होगी.
सिविल सर्जन, डा. प्रभात कुमार ने बताया:
रांची जिला के सिविल सर्जन, डा. प्रभात कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत अब कैंसर का पूरा इलाज संभव हो गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में विभागीय निर्देश प्राप्त हुए हैं जिनके तहत कैंसर को गंभीर बीमारियों की सूची में शामिल किया गया है. पहले, कैंसर का इलाज आयुष्मान योजना के अंतर्गत किया जाता था, लेकिन अब इसे मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में शामिल कर दिया गया है. इस नई योजना के तहत मरीजों को पांच लाख रुपये तक की सहायता दी जाती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे कि इलाज की पूरी लागत को कवर किया जा सके. इस सुविधा के तहत झारखंड के सभी सरकारी अस्पताल, जैसे रिम्स, सदर अस्पताल, और एम्स दिल्ली, सहित अन्य बड़े सरकारी अस्पतालों में कैंसर का इलाज संभव होगा. इस योजना का लाभ उठाने के लिए मरीज को झारखंड का आवासीय प्रमाण पत्र और आधार कार्ड के साथ आय प्रमाण पत्र सिविल सर्जन कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा. इसके बाद, आवेदन की स्क्रूटनी और जांच की जाएगी, और इसे विभाग को भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के साथ राशन कार्डधारी परिवारों के लिए अबुआ स्वास्थ्य योजना के तहत भी 15 लाख रुपये तक के इलाज की व्यवस्था है. इससे योजना का दायरा तीन गुना बढ़ गया है, और अब मध्यमवर्गीय परिवार भी इसका लाभ उठा सकते हैं. हर दिन कैंसर रोगियों के करीब 50 से अधिक आवेदन जिला चिकित्सा पदाधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं. इस योजना के लागू होने के बाद, मरीजों को अधिक सहायता और सहयोग मिल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने इस सुविधा का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए सक्रियता से काम करना शुरू कर दिया है.
योजना का उद्देश्य:
इस योजना का उद्देश्य कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज सुलभ बनाना है, ताकि मरीजों को आर्थिक रूप से किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े. झारखंड सरकार की इस पहल से कैंसर के मरीजों को अब बेहतर इलाज और अधिक वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होगा और इलाज की प्रक्रिया सुगम होगी. आवेदन प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए या सहायता के लिए मरीज स्थानीय सिविल सर्जन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.