रांची: एशियन एथलेटिक्स संघ की ओर से कुवैत में आयोजित चौथी एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में झारखंड की आशा किरण बारला ने शनिवार को भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। झारखंड के गुमला जिले की रहने वाली आशा किरण बारला 800 मीटर मीटर के फाइलम में नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। आशा किरण बारला ने 800 मीटर के फाइनल में 2ः06.79 सेकेंड के साथ एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता।
सीएम हेमंत सोरेन ने दी बधाई..
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 800 मीटर दौड़ प्रतियोगिता में झारखंड की बेटी आशा किरण बारला के स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है। सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर आशा किरण को बधाई देते हुए कहा कि यह राज्य के लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के लिए सरकार संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।
इंडोनेशिया, इराक, श्रीलंका और सीरिया के एथलीटों से मुकाबला..
एशियन यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में आशा किरण बारला का आज 800 मीटर के फाइनल में मुख्य मुकाबला इंडोनेशिया, इराक, श्रीलंका और सीरिया के एथलीटों से हुआ, जिसमें भारतीय एथलीट और झारखंड की बेटी ने एक नया इतिहास रच दिया।
आशा से बेहतर परिणाम की पहले से थी उम्मीद..
आंकड़े के लिहाज से झारखंड की आशा किरण बारला का 800 मीटर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2ः06.78 सेकेंड का रहा है। जबकि यूथ एशिया एशिया एथलेटिक्स 800 मीटर बालिका वर्ग का रिकॉर्ड 2ः09.03 सेकेंड का है। इस कारण सभी पहले से ही आशा किरण से पदक की उम्मीद लगाए बैठे थे।
बेंगलुरु में प्रशिक्षण लेकर टीम के साथ कुवैत पहुंची थी..
बोकारो स्थित झारखंड भाटिया प्रशिक्षण संस्थान में ट्रेनिंग लेने वाली आशा किरण गुमला जिले की रहने वाली है। भारतीय टीम के लिए बेंगलुरु में संपन्न प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने के बाद आशा किरण बारला टीम की अन्य सदस्यों के साथ कुवैत पहुंची है।
आशा पहले ही कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत चुकी है पदक..
गुमला जिले के कामडारा प्रखंड अंतर्गत नावाडीह गांव की रहने वाली आशा किरण बारला खेलो इंडिया समेत कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी है। आशा किरण ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 2017 में एक गोल्ड, 2018 में तीन गोल्ड, 2019 में एक गोल्ड, 2021 में एक सिल्वर और 2022 में भी दो गोल्ड जीत चुकी है। आशा ने इस वर्ष 17 से 19 सितंबर तक टीटीनगर भोपाल में आयोजित 17वीं राष्ट्रीय यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में नया मीट रिकॉर्ड बनाते हुए 800 मीटा बालिका वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था। इसी प्रतियोगिता के आधार पर आशा को कुवैत में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिला है।