झारखंड सरकार लगातार राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रोजेक्ट भवन, रांची में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान 49 नवचयनित प्रशिक्षण अधिकारियों (ट्रेनिंग ऑफिसर्स) को नियुक्ति पत्र सौंपे. ये सभी अधिकारी श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के तहत विभिन्न आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में अपनी सेवाएं देंगे. इस अवसर पर राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर और श्रम मंत्री संजय यादव भी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी नवचयनित अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह नियुक्ति सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री ने कहा, “आप सभी सरकार के एक मजबूत अंग के रूप में चयनित हुए हैं. राज्य के आईटीआई संस्थानों में प्रशिक्षकों की कमी की वजह से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही थी. इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार लगातार नियुक्तियां कर रही है. इसी क्रम में आज आप सभी को नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं, ताकि राज्य के युवाओं को बेहतर तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण मिल सके. मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर 2024 में भी 444 प्रशिक्षण अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए गए थे. अब इन 49 नई नियुक्तियों से प्रशिक्षण व्यवस्था और मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि झारखंड के युवाओं को हुनरमंद बनाया जाए, ताकि वे देश और दुनिया में कहीं भी रोजगार के लिए भटकने को मजबूर न हों.
“हुनरमंद को कभी रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ता” – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज के समय में हुनर की सबसे अधिक मांग है. तकनीकी रूप से दक्ष व्यक्ति को हर उद्योग और संस्था अपने यहां काम पर रखना चाहती है. उन्होंने कहा, “अगर आपके पास कौशल है, तो आपको रोजगार की कमी नहीं होगी. यही वजह है कि झारखंड सरकार युवाओं को हुनरमंद बनाने पर जोर दे रही है. सरकार चाहती है कि राज्य के आईटीआई संस्थानों से पढ़कर निकलने वाले छात्र-छात्राएं देशभर में अपनी पहचान बनाएं और सम्मान के साथ जीवन यापन करें. मुख्यमंत्री ने नियुक्त हुए अधिकारियों से अपील की कि वे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से अपने कार्य को अंजाम दें. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह प्रशिक्षक झारखंड के युवाओं के भविष्य की दिशा तय करेंगे. अगर प्रशिक्षण अच्छा होगा, तो युवाओं को अच्छी नौकरी मिलेगी और राज्य का नाम भी रोशन होगा.
लगातार हो रही नियुक्तियां
सरकार का फोकस लगातार तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने पर है. आईटीआई में प्रशिक्षकों की कमी दूर करने के लिए समय-समय पर नियुक्तियां की जा रही हैं. पहले जहां शिक्षक और ट्रेनर की भारी कमी थी, अब नई नियुक्तियों से स्थिति में सुधार हो रहा है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भविष्य में और भी नियुक्तियां की जाएंगी, ताकि हर प्रशिक्षण संस्थान में पर्याप्त संख्या में योग्य प्रशिक्षक मौजूद रहें.
उद्योगों से सीधा जोड़ने की योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार की योजना है कि राज्य के आईटीआई संस्थानों को देश-विदेश के बड़े उद्योगों से जोड़ा जाए. इससे यहां पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसके लिए कई बड़ी कंपनियों से बातचीत चल रही है, ताकि हुनरमंद युवाओं को प्लेसमेंट दिया जा सके.
मंत्री बोले- झारखंड को बनाना है तकनीकी शिक्षा का हब
कार्यक्रम में मौजूद वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर और श्रम मंत्री संजय यादव ने भी नियुक्त हुए अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं. दोनों मंत्रियों ने कहा कि झारखंड को तकनीकी शिक्षा का हब बनाने की दिशा में सरकार गंभीरता से काम कर रही है. सरकार चाहती है कि यहां के युवाओं को रोजगार के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े. इसके लिए बेहतर प्रशिक्षण, उद्योगों से साझेदारी और रोजगार के नए अवसरों पर लगातार काम हो रहा है.