राज्य में अब नए राशन कार्ड लेने के लिए व्यवस्था बदली गई है | गुलाबी और पीला कार्ड के लिए अब आवेदकों का आवेदन नहीं लिया जायेगा | आपको बता दें कि खाद्य-आपूर्ति विभाग अब सिर्फ ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन लेगा | इसका लाभ उन आवेदकों को जल्दी मिलेगा जो महीनों से गुलाबी या पीला कार्ड के लिए इंतज़ार कर रहें थे | अब उन्हें आवेदन देने के साथ ही ग्रीन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा और नियम के अनुसार प्रत्येक कार्डधारक को पांच किलो अनाज मिलना शुरू हो जाएगा | जानकारी के अनुसार किसी कारणवश पीला, गुलाबी कार्ड निरस्त होता है तो इसमें ग्रीन कार्ड धारक को सबसे पहले लाभ मिलेगा | विभाग की ओर से निर्देश दिया गया है कि जगह बनते ही ग्रीन कार्ड को योग्यता के अनुसार पीला या गुलाबी कार्ड दी जाए | साथ ही ग्रीन कार्ड के आवेदकों का आवेदन लिया जाना जारी रखा जाए | आपको बता दें कि अभी तक ग्रीन कार्ड में करीब सात लाख लाभुकों को इसका लाभ मिल रहा है और अभी 15 लाख लोगों को ग्रीन कार्ड से जोड़ने की सरकार की योजना है |
झारखंड में गुलाबी कार्ड के प्रत्येक सदस्य को पांच किलो अनाज दिये जाने का प्रावधान है | इसमें पात्र गृहस्थ परिवार के सदस्य आते है | इस पात्र गृहस्थ योजना में 2.64 करोड़ सदस्य हैं | हालांकि , पीला कार्ड धारकों को 35 किलो अनाज दिया जाता है | इसमें सदस्यों की संख्या से कोई लेना-देना नहीं है | इसमें अंत्योदय परिवार आते हैं और राज्य में 9.17 लाख अंत्योदय परिवार की श्रेणी में आते हैं | इसके अलावा राज्य सरकार की पहल पर ग्रीन कार्ड की व्यवस्था की गई है | इस कार्ड को पाने के लिए भी वही योग्यता है जो अन्य कार्ड के लिए है | लेकिन इसमें सिर्फ अनाज ही लाभुकों को दिया जाता है | जबकि अन्य कार्ड में नमक, चीनी या तेल भी दिया जाता है | इसका लाभ शुरुआत में आवेदन के साथ ही मिल रहा है और आवेदकों को इंतजार भी नहीं करना होता है |