रांची: राजधानी रांची में साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग को कचरा साफ कराने के बहाने ठग लिया। 69 वर्षीय दयानंद प्रसाद, जो नाजीर अली लेन गुदड़ी बाजार में रहते हैं, उनके खाते से 48,500 रुपए निकाल लिए गए। इस संबंध में उन्होंने लोअर बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
Follow the Jharkhand Updates channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VafHItD1SWsuSX7xQA3P
ऐसे हुआ साइबर फ्रॉड
दयानंद प्रसाद के घर में कचरा जमा हो गया था, जिसे साफ कराने के लिए उन्होंने गूगल पर रांची नगर निगम का नंबर खोजा। उन्हें दो नंबर मिले—18001803580 और 9015387826। उन्होंने दोनों नंबरों पर कॉल किया। कुछ देर बाद उन्हें एक तीसरे नंबर 9348867599 से वीडियो कॉल आया।
कॉल करने वाले व्यक्ति ने भरोसा दिलाया कि उनके घर के सामने का कचरा जल्द ही साफ हो जाएगा, लेकिन इसके लिए उन्हें 2 रुपए देने होंगे। जब दयानंद ने पूछा कि 2 रुपए क्यों देने होंगे, तो ठग ने सफाईकर्मियों की मेहनत का हवाला दिया और कचरा उठाने के लिए ऐप डाउनलोड करने को कहा।
स्क्रीन शेयर ऐप डाउनलोड कराकर उड़ाए पैसे
ठग ने बुजुर्ग को एक स्क्रीन शेयरिंग ऐप डाउनलोड कराया और कहा कि इसी के जरिए शिकायत दर्ज होगी और 2 रुपए का भुगतान करना होगा। जैसे ही दयानंद ने यूपीआई से 2 रुपए ट्रांसफर किए, साइबर अपराधी ने ऐप के जरिए उनका यूपीआई पासवर्ड देख लिया। कुछ ही मिनटों में उसने उनके खाते से 48,500 रुपए निकालकर एक अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस ने शुरू की जांच
जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए, वह राहुल मांझी के नाम से था और उसका यूपीआई नंबर 9088271570@ptaxis था। ठगी की जानकारी मिलते ही दयानंद प्रसाद ने लोअर बाजार थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सावधानी बरतने की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर कोई भी ऐप डाउनलोड न करें और अपने बैंकिंग या यूपीआई से जुड़ी जानकारी किसी के साथ साझा न करें। साइबर ठग अब नए-नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं, इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।