नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सोमवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने राज्य सरकार पर युवाओं की नौकरी बेचे जाने का आरोप लगाते हुए PGT परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं की CBI से जांच कराने की मांग की. बाउरी ने कहा कि वर्तमान सरकार न केवल नौकरियां देने में असफल रही है, बल्कि नौकरियों को बेच रही है.
राज्य सरकार पर गंभीर आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को धोखा दे रही है. उन्होंने कहा, “सरकार युवाओं को नौकरी देने के बजाय नौकरियां बेच रही है. परीक्षाओं में हुई धांधली की जांच CBI से कराई जानी चाहिए.“ उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री से भी पत्राचार करेंगे.
युवाओं में आक्रोश
बाउरी ने कहा कि JMM, कांग्रेस और RJD की सरकार युवाओं को सपने दिखा कर सत्ता में आई थी, लेकिन अब युवा आक्रोशित हैं. उन्होंने कहा, “सरकार की विभिन्न परीक्षाओं में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं. ऐसे में राज्य सरकार को युवाओं के हित में इन सभी परीक्षाओं की CBI जांच की अनुशंसा करनी चाहिए.“
PGT परीक्षा में धांधली की शिकायतें
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि JSSC PGT के अभ्यर्थियों ने उनसे मुलाकात कर बताया कि इस परीक्षा में धांधली हुई है. उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी पिछले 17 दिनों से धरना पर हैं. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि एक ही केंद्र से 70-80 प्रतिशत अभ्यर्थी पास हुए हैं. बोकारो के श्रेया डिजिटल और रांची के शिवा इन्फोटेक से सबसे अधिक अभ्यर्थी पास हुए हैं. सिरिया डिजिटल से 513 अभ्यर्थी, शिवा इन्फोटेक से 279 अभ्यर्थी और धनबाद डिजिटल से 273 अभ्यर्थी पास हुए हैं.
धांधली के आरोप और सीबीआई जांच की मांग
अभ्यर्थियों ने शिकायत की है कि PGT परीक्षा में पैसे का खेल हुआ है. उन्होंने कहा कि परीक्षा आयोजित करने के लिए जिस एजेंसी को नियुक्त किया गया था, वह पहले से ही ब्लैकलिस्टेड है. राज्य सरकार ने SIT गठित कर जांच करवाने का फैसला किया है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. बाउरी ने कहा कि JSSC PGT में ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिनका सिलेक्शन मूकबधिर या दिव्यांग कोटा से हुआ है, लेकिन वे अभ्यर्थी बातचीत कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री से पत्राचार
बाउरी ने कहा, “यह एक बड़ा घोटाला है. सरकार ने पांच लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन नौकरी देने के बजाय नौकरी बेचने का काम कर रही है. इसका मास्टरमाइंड कौन है, अभी तक पता नहीं चला है. यह पूरा मामला राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है. कई अधिकारी और मंत्रियों की मिलीभगत से ही इस तरह का घोटाला हो रहा है.“
राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य के युवाओं का भविष्य खतरे में डाला जा रहा है. उन्होंने कहा, “सरकार और उसकी एजेंसियां युवाओं को ठगने का काम कर रही हैं. इन विषयों को लेकर केंद्रीय मंत्री के साथ भी पत्राचार किया जाएगा, ताकि CBI सभी मामलों की जांच एक साथ कर सके.“
CBI जांच की अनुशंसा की मांग
बाउरी ने सरकार से मांग की कि इस पूरे मामले पर निष्पक्ष जांच के लिए CBI जांच की अनुशंसा की जाए और जब तक जांच पूर्ण नहीं होती है, तब तक नियुक्ति रोकी जाए. उन्होंने आगाह करते हुए कहा, “यदि सरकार इस मामले पर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो जब भाजपा की सरकार राज्य में आएगी, तो वे अभ्यर्थी जो पैसे के बल पर परीक्षा दे रहे हैं और नियुक्ति ले रहे हैं, उनकी नौकरी भी जाएगी और उन्हें जेल भी जाना होगा.“
भाजपा सरकार की पूर्व नौकरियों पर भरोसा
इस मुद्दे पर बाउरी ने कहा, “2014-19 तक भाजपा ने जितनी भी नौकरियां दीं, उनमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई. लेकिन आज स्थिति बिल्कुल अलग है. छात्र खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.“ प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह और भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज भी उपस्थित थे.
इस प्रकार, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और CBI जांच की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है और अब समय आ गया है कि इस मामले की सच्चाई सामने लाई जाए.