झारखंड के करीब 35 हजार सरकारी स्कूल भवनों का रंग फिर से बदलेगा. स्कूल भवनों को हरा और ऑफ व्हाइट रंग से रंगा जायेगा. दरवाजे व खिड़की भी हरे रंग के होंगे. विद्यालयों के रंग-रोगन में अब वेदर कोट का उपयोग किया जायेगा. रंग-रोगन को लेकर बिंदुवार जानकारी जिलों को दे दी गयी है. निर्देश के अनुरूप प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री जगरनाथ महतो के निर्देश पर ऐसा किया जा रहा है. फिलहाल विद्यालय भवनों का रंग गुलाबी है. वहीं दरवाजा व खिड़की अभी गोल्डेन ब्राउन रंग के हैं.
स्कूलों को प्रतिवर्ष मिलता है अनुदान..
राज्य के सरकारी स्कूलों को प्रतिवर्ष अनुदान राशि दी जाती है. यह राशि आवश्यकतानुसार भवन की मरम्मत, रंग-रोगन व सफाई पर खर्च की जाती है. विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप यह राशि दी जाती है. ऐसे विद्यालय जहां नामांकित बच्चों की संख्या 30 है, उन विद्यालयों को 10 हजार, 31 से 100 नामांकन वाले स्कूल को 25 हजार, 101 से 250 तक नामांकन वाले स्कूल को 50 हजार, 251 से एक हजार नामांकन वाले स्कूल को 75 हजार व एक हजार से अधिक नामांकन वाले स्कूलों को एक लाख रुपये अनुदान दिया जाता है.
कब-कब बदला गया स्कूल भवनों का रंग..
वर्ष 2002-03 में विद्यालय भवनों का रंग पीला से बदल कर गुलाबी किया गया था. परियोजना निदेशक के स्तर से रंग में बदलाव किया गया था. वर्ष 2014-15 में स्कूल भवनों के रंग में फिर बदलाव किया गया. स्कूल भवनों का रंग ब्राइट पिंक, बॉर्डर टेराकोटा व खिड़की एवं दरवाजा का रंग गोल्डेन ब्राउन किया गया था. वर्ष 2018-19 में भवनों के रंग को यथावत रखा गया, पर शौचालय के रंग में बदलाव किया गया.