मंकी पॉक्स के खतरे को लेकर पूर्वी सिंहभूम में अलर्ट जारी, अस्पतालों को मिले सतर्क रहने के निर्देश….

पूर्वी सिंहभूम में मंकी पॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने इस संबंध में एक पत्र जारी कर जिले के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया है. मंकी पॉक्स एक वायरल संक्रमण है, जो हाल के दिनों में कुछ राज्यों में फैल चुका है और इसके कारण स्वास्थ्य अधिकारियों ने अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है.

मंकी पॉक्स का खतरा और जिला प्रशासन की तैयारी

मंकी पॉक्स के संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट्स को देखते हुए पूर्वी सिंहभूम जिले में एहतियातन अलर्ट जारी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी अनुमंडल अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को मंकी पॉक्स के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है. डॉ. साहिर पाल ने कहा, “पूर्वी सिंहभूम में कई राज्यों से रोजाना सैकड़ों लोग आते-जाते रहते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहना होगा”. जिले में स्वास्थ्य विभाग ने मंकी पॉक्स के संभावित मामलों से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना महामारी के बाद अब मंकी पॉक्स एक नई चुनौती बनकर सामने आया है. इस वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को करना होगा.

मंकी पॉक्स के लक्षण और पहचान

मंकी पॉक्स के लक्षण आमतौर पर वायरल संक्रमण से मिलते-जुलते होते हैं, लेकिन इसमें कुछ विशेष लक्षण होते हैं जो इसे अन्य बीमारियों से अलग करते हैं.

इसके लक्षणों में शामिल हैं:

  • तेज बुखार: मंकी पॉक्स से पीड़ित व्यक्ति को अचानक तेज बुखार हो सकता है.
  • तेज सिर दर्द: सिर में तीव्र दर्द होना.
  • अत्यधिक थकान: व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान महसूस हो सकती है.
  • लाल चकत्ते और घाव: शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, जो बाद में घाव में बदल सकते हैं.

इन लक्षणों के दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेने की आवश्यकता है, क्योंकि सही समय पर उपचार से रोग की गंभीरता को कम किया जा सकता है.

बचाव के उपाय और सतर्कता

मंकी पॉक्स से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • जानवरों से संपर्क से बचाव: बंदरों और अन्य जानवरों के संपर्क से बचना चाहिए, क्योंकि मंकी पॉक्स का संक्रमण मुख्यतः जानवरों से मनुष्यों में फैलता है.
  • स्वच्छता का ध्यान: घरों और आस-पास के क्षेत्रों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
  • चिकित्सकीय सलाह: अगर किसी व्यक्ति को मंकी पॉक्स के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए.

मंकी पॉक्स मुख्य रूप से मनुष्य से मनुष्य में फैलता है, इसलिए इसके संक्रमण के निदान के लिए सतर्कता ही सबसे अच्छा उपाय है. यदि कोई व्यक्ति पिछले 21 दिनों में मंकी पॉक्स से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क में आया है और उसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तत्काल जांच करानी चाहिए.

अलर्ट का उद्देश्य और प्रभाव

मंकी पॉक्स के खिलाफ जारी किए गए इस अलर्ट का उद्देश्य स्वास्थ्य केंद्रों को समय पर सजग और तैयार रखना है. यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि कोई भी संभावित मामला नजरअंदाज न हो और आवश्यक उपचार समय पर दिया जा सके. सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने कहा कि “सर्वोत्तम उपाय मंकी पॉक्स के निदान और इलाज में है. यदि कोई व्यक्ति संक्रमण के संपर्क में आया हो और लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत जांच करानी चाहिए”.

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