झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की पुलिस व्यवस्था में बड़ा बदलाव हुआ है. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय कुमार सिंह को झारखंड का नया डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) नियुक्त किया गया है. इससे पहले झारखंड में अनुराग गुप्ता कार्यवाहक डीजीपी के पद पर थे, जिन्हें चुनाव आयोग के निर्देश पर हटाया गया है. अजय कुमार सिंह इससे पहले भी झारखंड के डीजीपी रह चुके हैं और अब उन्हें एक बार फिर यह जिम्मेदारी दी गई है.
अजय कुमार सिंह की नियुक्ति और अनुभव
अजय कुमार सिंह 1989 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले भी वे झारखंड के डीजीपी रह चुके हैं. वर्तमान में वे झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात थे. सिंह को झारखंड पुलिस में महत्वपूर्ण पदों पर काम करने का लंबा अनुभव है. वे एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) के डीजी भी रह चुके हैं और हजारीबाग, धनबाद जैसे प्रमुख जिलों में एसपी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने बिहार के कई जिलों में भी एसपी के रूप में कार्य किया है. उनके इस अनुभव और प्रशासनिक कुशलता को देखते हुए उन्हें एक बार फिर राज्य की पुलिस की कमान सौंपी गई है.
चुनाव आयोग के निर्देश पर डीजीपी में बदलाव
चुनाव आयोग ने राज्य में विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया है. चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से अनुराग गुप्ता को कार्यवाहक डीजीपी के पद से हटाने का निर्देश दिया था और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को इस पद पर नियुक्त करने के लिए कहा था. इसी के आलोक में राज्य सरकार ने अजय कुमार सिंह को झारखंड का नया डीजीपी नियुक्त किया है. इस संबंध में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है.
अनुराग गुप्ता की कार्यवाहक डीजीपी के रूप में नियुक्ति
जुलाई 2024 में, राज्य सरकार ने अनुराग गुप्ता को झारखंड का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया था. वे उस समय सीनियर आईपीएस अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे. लेकिन चुनाव आयोग ने राज्य में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से संचालित करने के लिए अनुराग गुप्ता को इस पद से हटाने का आदेश दिया. चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया कि एक वरिष्ठ अधिकारी को डीजीपी का पदभार सौंपा जाए और राज्य सरकार को शाम 7 बजे तक इसकी रिपोर्ट देने को कहा गया था. इसी कारण अनुराग गुप्ता को हटाकर अजय कुमार सिंह को नया डीजीपी बनाया गया.
झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी
झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर 2024 को और दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर 2024 को होगा. इसके बाद 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी. इस समय पहले चरण के चुनाव के लिए 43 विधानसभा सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन, दोनों मिलकर चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं. अजय कुमार सिंह की डीजीपी के रूप में नियुक्ति भी इसी दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है ताकि चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुचारू रखा जा सके.
अजय कुमार सिंह की नियुक्ति का महत्व
अजय कुमार सिंह की झारखंड डीजीपी के रूप में नियुक्ति कई मायनों में महत्वपूर्ण है. वे न केवल एक अनुभवी पुलिस अधिकारी हैं, बल्कि राज्य की प्रशासनिक स्थिति को बखूबी समझते हैं. उनकी नियुक्ति से चुनावी प्रक्रिया के दौरान राज्य की कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से सम्पन्न हो सकें. सिंह के पास भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में काम करने का अनुभव भी है, जो चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने में मददगार साबित हो सकता है.
चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था की चुनौतियां
झारखंड जैसे राज्य में चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है. राज्य के कुछ हिस्सों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चुनाव कराना मुश्किल होता है, जहां प्रशासन को विशेष सुरक्षा उपाय करने पड़ते हैं. अजय कुमार सिंह की नियुक्ति इस संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे राज्य की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से भली-भांति परिचित हैं. उनके नेतृत्व में पुलिस बल चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए रणनीति तैयार करेगा.
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता
चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि झारखंड विधानसभा चुनाव निष्पक्षता और पारदर्शिता से सम्पन्न हों. डीजीपी के रूप में अजय कुमार सिंह की नियुक्ति इस दिशा में एक कदम है. उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता से चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या हिंसा को रोकने के प्रयास किए जाएंगे.