झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने 2019 के लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक खर्च किया, लेकिन फिर भी हार का सामना करना पड़ा. गीता कोड़ा ने अपनी पार्टी, कांग्रेस, से सिंहभूम सीट पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने 74 लाख से अधिक खर्च किया, लेकिन भाजपा के प्रतिद्वंदी, बिशेश्वर तुडू से हार गईं.
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़े
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गीता कोड़ा समेत झारखंड के अन्य उम्मीदवारों ने भी भारी मात्रा में पैसा खर्च किया, लेकिन फिर भी वे चुनाव जीतने में असफल रहे. नलिन सोरेन, सीता सोरेन, और जोबा मांझी ने भी 70 लाख से अधिक खर्च किए लेकिन हार गए. चुनाव परिणाम यह दर्शाते हैं कि केवल खर्च अधिक करने से जीत की गारंटी नहीं होती.
खर्च और परिणामों का विश्लेषण:
- राजमहल: विजय हांसदा (45,35,960 रु) ने ताला मरांडी (37,87,218 रु) को हराया.
- दुमका: नलिन सोरेन (71,41,090 रु) ने सीता सोरेन (74,24,029 रु) को हराया.
- गोड्डा: निशिकांत दुबे (67,21,902 रु) ने प्रदीप यादव (58,17,310 रु) को हराया.
- चतरा: सुनील कुमार सिंह (57,66,115 रु) ने कांति सिंह (43,55,646 रु) को हराया.
- कोडरमा: अन्नपूर्णा देवी (54,88,019 रु) ने बाबूलाल मरांडी (56,20,446 रु) को हराया.
- रांची: संजय सेठ (69,01,469 रु) ने सुबोधकांत सहाय (46,88,673 रु) को हराया.
- जमशेदपुर: बिद्युत बरण महतो (66,86,666 रु) ने चंद्रशेखर दुबे (58,12,298 रु) को हराया.
- सिंहभूम: जोबा मांझी (74,46,222 रु) ने गीता कोड़ा (77,74,532 रु) को हराया.
- खूंटी: काली प्रसाद मुंडा (47,80,124 रु) ने अर्जुन मुंडा (55,60,312 रु) को हराया.
- लोहरदगा: सुदर्शन भगत (51,92,906 रु) ने रामेश्वर उरांव (53,84,865 रु) को हराया.
- हजारीबाग: जयंत सिन्हा (68,19,896 रु) ने अनूप कुमार सिंह (43,13,131 रु) को हराया.
इन आंकड़ों से साफ पता चलता है कि गीता कोड़ा ने सबसे अधिक खर्च किया, लेकिन फिर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. चुनाव आयोग के अनुसार, झारखंड में कई उम्मीदवारों ने विजेता से अधिक खर्च किया, फिर भी हार गए. इससे साफ होता है कि चुनाव में खर्च किए गए पैसे के साथ-साथ कई अन्य कारक भी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.