रांची नगर निगम ने आज से ‘शनिवार नो कार’ अभियान शुरू कर दिया है। इसके तहत मोरहाबादी मैदान में रांची नगर निगम की ओर से विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान एक साइकिल रैली का आयोजन हुआ जिसमें सभी अधिकारी शामिल हुए। दरअसल ये कार्यक्रम सुबह 9 बजे शुरू होने वाला था। लेकिन रांची में हो रही बारिश के वजह से कार्यक्रम थोड़ी देर से शुरू हुआ।
वहीं दूसरी तरफ झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख शनिवार नो कार का समर्थन करते हुए आज साइकिल चला कर विधानसभा पहुंचे। वो अपने आवास से साइकिल चलाते हुए बजट सत्र की कार्यवाही में शामिल होने के लिए विधानसभा पहुंचे।
आपको बता दें कि रांची नगर निगम ने ‘शनिवार नो कार’ अभियान का ऐलान किया है। जिसके तहत सभी विधायकों, सचिवों और अधिकारियों को पत्र भेजकर अभियान में भागीदारी देने की अपील की गई थी। साथ ही इस मौके पर आज की साइकिल रैली में शामिल होने का आग्रह किया गया था।
वहीं शनिवार नो कार की औपचारिक शुरुआत करते हुए नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि राजधानी रांची में प्रदूषण बढ़ रहा है। जिसकी वजह से लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। इसीलिए प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए ‘शनिवार को नो कार’ का अभियान शुरू किया गया है। जिसमें लोग अपनी इच्छा से हिस्सा ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि शनिवार को कार चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। लोग अपनी इच्छा के अनुसार कार या किसी अन्य वाहन से आवागमन कर सकते हैं। लेकिन निगम की लोगों से अपील है कि जो लोग कम दूरी का सफर तय करना चाहते हैं, वह कार की जगह साइकिल का इस्तेमाल करें। जैसे – सब्जी लाने के लिए साइकिल से जाएं, कार से नहीं।हालांकि , जो लोग लंबी दूरी का सफर तय करना चाहते हैं, वह कार से आवागमन कर सकते हैं। नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि शनिवार को कार सड़क पर नहीं होने से यातायात का बोझ भी हल्का होगा। जिससे यातायात की व्यवस्था भी सुधरेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम धीरे-धीरे लोगों को यातायात व्यवस्था सुधारने के टिप्स भी देगी।
नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि राजधानी में तकरीबन 45 फीसद लोग साइकिल चलाते हैं या पैदल सफर करते हैं। लेकिन इनकी तरफ कोई ध्यान नहीं देता। कोई भी नियम कानून बनाते समय ज्यादातर कार और बाइक चालक को ही ध्यान में रखा जाता है। लेकिन रांची नगर निगम साइकिल चलाने वालों के लिए भी योजनाएं बनाएगा। उनके लिए सड़कों पर ट्रैक बनाए जाएंगे, ताकि साइकिलिंग को बढ़ावा मिल सके। ताकि लोग ज़्यादा से ज़्यादा साइकिल चलाये और वातावरण को स्वच्छ बनाने में अपना सहयोग दें |