रांची: ट्राइफेड ने सीप की खेती में जनजातीय उद्यमिता के विकास के लिए झारखंड के प्यूरिटी एग्रोटेक के साथ दिल्ली में समझौता किया। वहीं बिग बास्केट के साथ मिलकर अब ऑनलाइन बाजार में भी सीप की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी। सोमवार को नई दिल्ली में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की उपस्थिति में इन करारों के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। ट्राइफेड के बिग बास्केट के साथ किए गए करार के तहत तय किया गया है कि बिग बास्केट वन धन उत्पादों की बिक्री के साथ-साथ उनके प्रचार-प्रसार का भी काम करेगा। इस संदर्भ में बिग बास्केट के सीएमओ सेशु कुमार और ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रबीर कृष्ण ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
वहीं, झारखंड के प्यूरिटी एग्रोटेक के बुद्धन सिंह पूर्ती के साथ ट्रायफेड के तहत सीप की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा और जनजातीय समुदाय के लोगों के लिए उद्यमिता के अवसर सृजित किए जाएंगे। बुद्धन सिंह पूर्ती को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। इतना ही नहीं, पूर्ती की प्यूरिटी एग्रोटेक को ट्राइब्स इंडिया के लिए आपूर्तिकर्ता की सूची में शामिल किया जाएगा। प्यूरिटी एग्रोटेक से मोती खरीदकर उसे 141 ट्राइब्स इंडिया के बिक्री केंद्रों और ई-कामर्स पोर्टल के माध्यम से बेचा जाएगा।
समझौते के दौरान केंद्रीय जनजातीय कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बिग बास्केट, पूर्ति एग्रोटेक और ट्राइफेड की साझेदारी से जनजातीय समुदाय मुख्यधारा से जुड़ेगा। इससे आत्मनिर्भर भारत बनाने में सहूलियत होगी। समझौता के दौरान अर्जुन मुंडा के अलावा बिग बास्केट के सीएमओ सेशु कुमार, ट्राइफेड के एमडी कृष्ण मौजूद थे।