झारखंड के गिरिडीह कॉलेज के बहूद्देश्यीय परीक्षा भवन में आज एक बेहतर नजारा देखने को मिला, जब एक दुल्हन सात फेरे लेने के बाद विदाई से पहले सीधे परीक्षा केंद्र जाकर परीक्षा दी. इस दौरान दूल्हा समेत पूरी बरात दुल्हन की परीक्षा खत्म होने का इंतजार कर रही थी. दुल्हा भी परीक्षा केंद्र के बाहर गाड़ी में बैठ कर परीक्षा खत्म होने का इंतजार करते रहे. 12 बजे परीक्षा खत्म होने पर दुल्हन बाहर निकली और सीधे घर गयी, जहां से विदाई समारोह का कार्य पूरा हुआ.
बीए सेमेस्टर वन में पढ़ाई करती है छात्रा..
बेंगाबाद प्रखंड के डोमापहरी के रहने वाले रामचंद्र प्रसाद की पुत्री काजल कुमारी की शादी रविवार को थी. सोमवार को काजल की सेमेस्टर वन एइसी पेपर 1 हिंदी की परीक्षा सुबह दस बजे से होनी थी. इसलिए काजल की चिंता थी कि अगर शादी की रस्म में देर हुई या फिर उसकी विदाई जल्दी हो गयी तो वह परीक्षा कैसे दे पायेगी. रविवार की रात को बरात देवघर से बेंगाबाद के डोमापहरी आयी. रात में वरमाला समेत अन्य रस्म पूरी होने के बाद सोमवार की सुबह काजल की शादी की रस्म भी पूरी हुई. शादी के बाद विदाई की बारी थी, पर काजल ने कहा कि उसकी दस बजे से परीक्षा है, तो परीक्षा देने के बाद विदाई हो. काजल के पक्ष से सभी खुश होकर उसे परीक्षा देने भेज दिया. काजल अपने पति के साथ सुबह नौ बजे गिरिडीह कॉलेज के बहूद्देश्यीय परीक्षा भवन जाकर परीक्षा दी. इस दौरान सभी बराती काजल की परीक्षा खत्म होने तक इंतजार करते रहे. दोपहर 12 बजे काजल की परीक्षा खत्म होने पर विदाई की रस्म शुरू हो गयी और फिर विदाई हुई. शिक्षा के प्रति काजल के इस लगाव को लेकर लोग सोशल मीडिया पर दूल्हे और बराती की जमकर तारीफ कर रहे हैं. गिरिडीह कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार ने सुदूरवर्ती गांव की लड़की काजल की शिक्षा के प्रति के लगाव की सराहना की तथा इसे अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणादायक बताया.