रामनवमी का पर्व हिंदू धर्म में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है. झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ में भी रामनवमी का जुलूस धूमधाम से निकाला गया था. लेकिन इसके ठीक अगले दिन एक ऐसी घटना घट गई, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखा गया. जानकारी के अनुसार, धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ स्थित हनुमान वाटिका मंदिर में रामनवमी के अवसर पर लगाए गए हनुमान जी के ध्वज (झंडे) को जब हटाया जा रहा था, उसी दौरान मंदिर परिसर में मांस के टुकड़े फेंके हुए मिले. यह देख श्रद्धालु भड़क उठे. घटना की खबर जैसे ही आसपास के लोगों को मिली, वे बड़ी संख्या में मंदिर के पास एकत्र हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. गुस्साए भक्तों ने घटना के विरोध में नेशनल हाईवे-18 (NH-18) को पूरी तरह से जाम कर दिया. हाईवे पर ट्रैफिक ठप हो गया और सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं. लोगों ने आगजनी भी शुरू कर दी, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया.
पुलिस पहुंची मौके पर, समझाने की कोशिश जारी
घटना की जानकारी मिलते ही धालभूमगढ़ थाना प्रभारी अमीर हमजा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझाने और शांति बनाए रखने की कोशिश की. पुलिस लगातार लोगों से संयम बरतने की अपील कर रही है, लेकिन फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि मंदिर परिसर में मांस किसने और कब फेंका. थाना प्रभारी ने बताया कि दोषियों की पहचान कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
गौरतलब है कि नरसिंहगढ़ स्थित इसी हनुमान वाटिका मंदिर में पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है. उस समय भी मंदिर परिसर में मांस फेंके जाने से क्षेत्र में भारी बवाल हुआ था. लेकिन प्रशासन द्वारा सुरक्षा के उपायों का पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने से दोबारा वही घटना घटने से लोग बेहद नाराज हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना जानबूझकर की गई है ताकि इलाके की सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ा जा सके. उन्होंने मांग की है कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ाई जाए.
बंद कराए गए बाजार, प्रशासन अलर्ट
घटना के बाद एहतियात के तौर पर धालभूमगढ़ और नरसिंहगढ़ के हाट बाजारों को बंद करा दिया गया है. पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है. जिले के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं ताकि स्थिति को काबू में लाया जा सके. प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें. साथ ही यह भी कहा गया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश की आशंका
इस घटना को लेकर यह आशंका भी जताई जा रही है कि यह किसी गहरी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसका मकसद इलाके के शांत माहौल को खराब करना है. ऐसे समय में जब रामनवमी का उत्सव शांति से संपन्न हो चुका था, इस प्रकार की हरकत से साफ है कि किसी वर्ग विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है.