झारखंड के पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एमडिशन पर लगी रोक हटा ली गई है। इसी सत्र से यहां सभी निर्धारित सीटों पर एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएंगी। दोनों कॉलेजों में 100-100 सीटों पर एडमिशन होना है। हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से इसकी जानकारी दी गई है। हेल्थ सेक्रेटरी अरुण कुमार सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि इंडियन मेडिकल कमीशन (IMC) के मापदंडों के मुताबिक कॉलेज में इंफ्रास्ट्रक्चर फैसिलिटी को दुरुस्त कर लिया गया है। लगभग 60 एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर की नियुक्ति की गई है। साथ ही अगले दो महीने में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति भी कर ली जाएगी। IMC को इसका आश्वासन दिया गया है। इसके लिए विभाग के ही सीनियर रेसिडेंसी किए 30-35 डॉक्टर ने अपनी इच्छा जताई है। इसके बाद एडमिशन पर लगी रोक को हटा दिया गया है।
राज्य के लिए बड़ी खुशखबरी- बन्ना गुप्ता..
हेल्थ डिपार्टमेंट के मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह राज्य के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। राज्य के 2 मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की अनुमति मिल गई है। उन्होंने बताया कि वे 27 अक्टूबर को दिल्ली में आयोजित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ हुए बैठक में भी इस मामले को उठाया था। आग्रह किया था कि राज्य के बच्चों के भविष्य के बारे में जरूर ध्यान रखें।
इंफ्रास्ट्रक्चर और फैक्लटी की कमी के कारण IMC ने लगाई थी रोक..
हजारीबाग, पलामू और दुमका में नवस्थापित मेडिकल कॉलेजों में 2019 में 100-100 सीटों पर MBBS की पढ़ाई शुरू हुई थी। लेकिन, निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करने पर 2020-21 के सत्र में सेकेंड बैच का दाखिला लेने की अनुमति IMC ने नहीं दी थी।