गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड के बीपीओ पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा को आज दुमका एसीबी की टीम ने रुपये 2000 घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है l इसके पूर्व एसीबी की टीम ने पथरगामा प्रखंड के नाजिर जयप्रकाश नारायण साह को घूस लेते रंगे हाथों दबोचने के लिए जाल बिछाया था लेकिन नाजिर को इसकी भनक लग गई थी और वह मौके से फरार होने में कामयाब हो गए थे। इसके बाद एसीबी की लगातार प्रखंड मुख्यालय में नजर बनी हुई थी। बीपीओ के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने इसकी जांच पड़ताल की और बीपीओ को अपने जाल में फंसाया। टीम बीपीओ को अपने साथ दुमका ले गई है। इससे पहले गोड्डा जिले के मेहरमा और पोड़ैयाहाट प्रखंड में एसीबी ने तीन कर्मचारियों को घूस लेते गिरफ्तार किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक, BPO (मनरेगा) पुरुषोत्तम कुमार 2000 रुपये की यह रिश्वत एक लाभुक को स्वीकृत किये गये पशु शेड के एक लाख 34 हजार 45 रुपये भुगतान करने के एवज में ले रहा था। पथरगामा प्रखंड के मालरामपुर निवासी 36 वर्षीय लाभुक मदन कुमार यह रिश्वत नहीं देना चाहता था। लेकिन, बीपीओ श्री कुमार का यही कहना था कि बिना 2000 रुपये घूस दिये बगैर पशु शेड के निर्माण के लिए राशि का भुगतान ही नहीं होगा। लाभुक श्री मदन ने बीपीओ श्री कुमार से काफी आरजू-मिन्नत की, लेकिन वह मान नहीं रहे थे। ऐसे में थक-हारकर बीपीओ श्री कुमार के खिलाफ लाभुक मदन ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की। शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सत्यापन के क्रम में रिश्वत मांगने की बात को सही पाया।
शिकायत सही पाये जाने के बाद एसीबी की टीम ने प्राथमिकी दर्ज कर उसे ट्रैप करना शुरू किया। इसके बाद एसीबी के बताये निर्देश पर लाभुक मदन बीपीओ श्री कुमार के पास 2000 रुपये बतौर घूस देने पहुंचे। लेकिन, उससे पहले ही एसीबी की टीम ने बीपीओ श्री कुमार को धर-दबोचा। गिरफ्तार बीपीओ श्री कुमार देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड क्षेत्र का रहनेवाला बताया गया है।