आमतौर पर ऐसा होता है कि जब आप महीनों पहले टिकट कंफर्म करा लेते हैं, लेकिन अंतिम समय में यात्रा रद करनी पड़ रही है, तो कैंसल कराने से पहले सोचें। आपकी टिकट पर आपके परिवार का कोई सदस्य यात्रा कर सकता है। हो सकता है, आपको इस बात की जानकारी नहीं हो। बहुत से लोग यह बात नहीं जानते हैं, इसलिए यात्रा रद करने की स्थिति में लोग बेधड़क अपनी टिकट भी कैंसल करा देते हैं। लेकिन इससे आपको नुकसान ही होता है, क्योंकि रेलवे आपको रिफंड करते समय अलग-अलग दूरी या श्रेणी के हिसाब से शुल्क काट लेता है।
परिवार के किसी सदस्य को ट्रांसफर कर सकते हैं टिकट..
शुल्क काटने का नियम समय के हिसाब से भी तय होता है। आप कितनी देर पहले टिकट रद करा रहे हैं, उसके हिसाब से भी रिफंड मिलता है। इसलिए भविष्य में कभी आपको टिकट रद कराने की नौबत आए, तो एक बार पता कर लें कि आपके स्थान पर आपके परिवार का कोई सदस्य उस रूट पर जा सकता है कि नहीं। यदि जा सकता है तो आप अपना टिकट परिवार के उस सदस्य के नाम स्थानांतरित या ट्रांसफर कर सकते हैं।
24 घंटे पहले कर सकते ट्रांसफर..
यदि आपको अपनी जगह परिवार के किसी सदस्य को टिकट ट्रांसफर करना है, तो इसके लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर 14 घंटे पहले जाना होगा। वहां जाकर आप अपने टिकट की प्रति या सुबूत दिखाते हुए परिवार के सदस्य का नाम, उम्र और उसका कोई भी सरकारी पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।
आपको अपनी ईमेल आईडी के साथ इस बात के सुबूत भी देने होंगे कि अमुक व्यक्ति से आपका क्या रिश्ता है। जब रेलवे का अधिकारी आपकी बात और कागजात से संतुष्ट हो जाएगा, तो आपका टिकट उसके नाम पर ट्रांसफर कर देगा। ऐसा करने से आपके वह पैसे तो बच ही जाएंगे, जाे कटने वाले थे। उसी बर्थ या सीट का कंफर्म टिकट भी मिल जाएगा, जो आपने बुक कराया था। इसके बाद आपके परिवार का सदस्य उसी टिकट पर बेहिचक यात्रा कर सकेगा। है न काम की बात।
दोस्तो को नहीं कर सकते ट्रांसफर..
आप अपना कंफर्म टिकट अपने दोस्त को ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं, यह ध्यान रहे। आप इसे केवल अपनी पत्नी, पुत्र या पुत्री, भाई या बहन और माता-पिता को ही ट्रांसफर कर सकते हैं। यदि आपने इसमें कोई चालबाजी दिखानी चाही, ताे लेने के देने पड़ सकते हैं, इसलिए सावधान रहें।