रांची : शिक्षा के अधिकार और बाल विवाह के खिलाफ जंग छेड़नी वाली रांची जिले के ओरमांझी की बिटिया सीमा कुमारी का चयन ग्लोबल स्टूडेंट्स अवार्ड के लिए हुआ है. ग्लोबल स्टूडेंट अवार्ड में शीर्ष 50 छात्रों की सूची में सीमा सहित 4 भारतीय स्टूडेंट्स शामिल हैं. इन सभी को एक लाख डॉलर यानी 70 लाख रुपये से अधिक की पुरस्कार राशि दी जायेगी. कोरोना काल के दौरान विपरीत परिस्थिति में पढ़ाई जारी रखने और भविष्य बेहतर बनाने के लिए प्रयत्नशील रहने वाली रांची की बिटिया सीमा कुमारी का चयन हुआ है. इससे पहले हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए सीमा को फुल स्कॉलरशिप भी मिली है. अपनी प्रतिभा के बल सीमा ने ये उपलब्धि हासिल की है.
ओरमांझी की रहने वाली सीमा के माता-पिता निरक्षर हैं. वो खेती करते हैं और धागा कारखाने में काम करते हैं. युवा की फुटबॉल टीम में सीमा वर्ष 2012 में शामिल हुई. फुटबॉल खेल के साथ-साथ उसने शिक्षा के अधिकार और बाल विवाह के खिलाफ जंग छेड़ी. कभी फुटबॉल खेलने के दौरान शॉर्ट्स पहनने को लेकर लोग सीमा का मजाक भी उड़ाते थे. लेकिन, इन बातों को दरकिनार कर सीमा अपने लक्ष्य पर कायम रही.
सीमा कहती हैं कि इस राशि का उपयोग एक छोटा व्यवसाय शुरू करने से करेगी. साथ ही गांव की महिलाओं को गलीचा बनाने और उसे बेचने में मदद करेगी, ताकि ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर हो सके. घर में बाथरूम नहीं होने पर कहती है कि चचेरे भाइयों के लिए बाथरूम भी बनायेगी, क्योंकि इन्हें सार्वजनिक कुएं में स्नान करना पड़ता है. साथ ही हार्वर्ड में अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कुछ हिस्सा खर्च करना चाहती है. हालांकि, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए उसे फुल स्कॉलरशिप भी मिली है.
इधर, रांची की सीमा के अलावा देश के 3 अन्य छात्रों को भी एक लाख डॉलर का पुरस्कार मिलेगा. पहली बार शुरू हुए चेग डॉट ओआरजी ग्लोबल स्टूडेंट आवर्ड में शीर्ष 50 छात्रों की सूची में चार भारतीय छात्र शामिल हैं. इसमें झारखंड की सीमा कुमारी के अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया, नयी दिल्ली के वास्तुकला के 21 वर्षीय छात्र कैफ अली, IIM अहमदाबाद के 23 वर्षीय एमबीए छात्र आयुष गुप्ता और सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हरियाणा के 24 वर्षीय छात्र विपिन कुमार शर्मा भी शामिल हैं. इन चारों को ग्लोबल स्टूडेंट्स पुरस्कार के तहत 1,00,000 डॉलर दी जायेगी.