रांची नगर निगम अंतर्गत इंजीनियरिंग शाखा में विगत वर्षों में चल रहे कामों की स्थिति को लेकर नगर आयुक्त मुकेश कुमार अब काफी सख्ती बरतने लगे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने शनिवार देर शाम तक इंजीनियरिंग शाखा के अंतर्गत शहर में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20, 2021-22 से चल रही योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने उन एजेंसियों को काली सूची में डालने का निर्देश दिया है, जो अपने कामों को लेकर काफी लापरवाही बरत रहे हैं. इसमें संवेदक मेसर्स झारखंड, मेसर्स आरवी कंस्ट्रक्शन, मेसर्स भगवती डेवलपर्स, ऑरेसकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर, शिरडा इंटरप्राइजेज, गोकुल कंस्ट्रक्शन, ज्ञानेंद्र कंस्ट्रक्शन, शिवम कंस्ट्रक्शन हरेंद्र सिंह शामिल हैं. हालांकि इसके साथ ही नगर आयुक्त में इन संवेदकों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.
बैठक में नगर आयुक्त ने पाया कि शहर के अधिकतर वार्डाें में सड़क व नाली निर्माण के जो कार्य चल रहे हैं. उनकी रफ्तार काफी धीमी है. समय सीमा पूरी होने के बाद भी योजनाओं को पूरा नहीं करने को देखते हुए नगर आयुक्त ने ऐसे ठेकेदारों को काली सूची में डालने का आदेश जारी किया है. नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि जिन संवेदकों द्वारा समय से पहले योजनाओं को पूरा किया गया है. ऐसे संवेदकों को निगम सम्मानित करेगा. वहीं चल रहे कामों को लेकर उन्होंने बताया है कि वे खुद 7 सितंबर से शहर में चल रही बड़ी योजनाओं का जायजा लेंगे.
योजनाओं की धीमी रफ्तार को देखते हुए नगर आयुक्त ने उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन और रजनीश कुमार को निर्देश दिया कि वे खुद स्पाॅट का निरीक्षण करे. जिन जगहों पर संवेदकों को कार्य करने में परेशानी आ रही है. वैसी जगहों पर जाकर बाधा उत्पन्न करने वाले लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जाये.