झारखंड में 12 साल बाद हाई स्कूल के शिक्षकों को प्रमोशन दिया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों से स्नातक शिक्षकों की सेवा संपुष्टि, वेतन संरक्षण, सेवा निरंतरता, प्रवरण वेतनमान में प्रोन्नति और सेवानिवृत्ति संबंधी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक हर्ष मंगला ने जिलों को 10 अगस्त तक रिपोर्ट जमा कराने का निर्देश दिया है। जिलों को शिक्षकों की नियुक्ति का साल, शिक्षकों की कुल संख्या, 12 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों की संख्या और वरीय वेतनमान पाने वाले शिक्षकों की संख्या बतानी है। साथ ही कितने शिक्षकों के वरीय वेतनमान का मामला लंबित हैं और लंबित रहने का मुख्य कारण क्या है, इसकी जानकारी देनी होगी।
क्या-क्या देनी है जानकारी
शिक्षकों को अपनी रिपोर्ट में शिक्षकों की नियुक्ति का वर्ष, उनकी संख्या, 24 वर्षों की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों की संख्या, वेतनमान प्राप्त करने वाले शिक्षकों की संख्या, लंबित मामले और इसके कारण की भी जानकारी देनी होगी। इसी तरह सेवा संपुष्टि संबंधी रिपोर्ट में ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति का साल, उनकी संख्या लंबित मामले और इसके कारण बताने होंगे। इसके साथ-साथ वर्ष 2020 तक सेवानिवृत्ति संबंधी मामलों के बारे में भी बताना होगा। 2021 में जनवरी से जून तक सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों संबंधी जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
प्लस टू शिक्षकों की हो रही सेवा संपुष्ट
राज्य में प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों की सेवा संपुष्ट की जा रही है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक लंबित प्रस्ताव का निपटारा कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हर सप्ताह एक जिले के शिक्षकों के लंबित सर्विस बुक को अपडेट किया जाएगा। प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों की सेवा संपुष्टि संबंधी कार्रवाई भी बहुत धीमी है। अभी तक 2015-16 में नियुक्त बहुत कम शिक्षकों की ही सेवा संपुष्टि हो सकी है।