रांची नगर निगम अब उपहार विलेख की जमीन पर कब्जा जमाने वाले भवन मालिकों या निर्माताओं पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। नक्शा पास कराते समय जिन लोगों ने निगम को यह जमीन दस्तावेज कर दी थी और उन पर कब्जा कर लिया निगम ने अब उपहार में मिली जमीन को कब्जे से मुक्त कराने के लिए बुल्डोजर चलाया जाएगा। इसके लिए नगर आयुक्त ने नगर निवेशक को उपहार विलेख की जमीनों की सूची तैयार करने और अवैध कब्जे में गई जमीन को मुक्त कराने का निर्देश दिया है।
नगर आयुक्त ने कहा कि नक्शा पारित करने के क्रम में झारखंड बिल्डिंग बाईलॉज में निहित प्रावधान के तहत भवन मालिकों या निर्माताओं द्वारा उपहार विलेख के तहत भूखंड नगर निगम को गिफ्ट की जाती है। परंतु यह देखा जा रहा है कि भवन मालिकों द्वारा उपहार विलेख की जमीन को घेर कर अपने निजी उपयोग में लाया जा रहा है, जो बिल्डिंग बाईलॉज का उल्लंघन है। वैसे भवन मालिक जिनके द्वारा बहुत उपहार विलेख की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है तत्काल उसे हटाना सुनिश्चित करेंगे।
पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार के समय में रांची नगर निगम ने उपहार विलेख की जमीन मुक्त कराने के लिए बड़े स्तर पर शहर में अभियान चलाया था।