झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को दिशा-निर्देश जारी किया है। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से निर्देश दिया है कि इस तूफान का विशेष प्रभाव 26 मई से 28 मई तक पूर्वी सिंहभूम जिला सहित पूरे राज्य में रहने की आशंका है। इसको देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा है कि इस तूफान की आशंका को देखते हुए संबंधित जिलों के उपायुक्तों को अलर्ट किया जाय कि वे अपने-अपने जिलों में विद्युत आपूर्ति, पेयजलापूर्ति, राशन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि जान-माल का नुकसान न होने पाए। उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य में एनडीआरएफ की टीम को भी सक्रिय किया जाय और तटीय क्षेत्रों में रहने वालों लोगों से भी अपील की गई है कि वे इस चक्रवाती तूफान के दौरान विशेष सावधानी बरतें।
रांची में बिजली विभाग के अधिकारी से कर्मचारी तक की छुट्टियां रद्द..
चक्रवाती तूफान यास के मद्देनजर बिजली विभाग की तरफ से मुकम्मल तैयारी की है। विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। सभी को निर्देश दिया गया है कि तूफान के गुजर जाने तक सभी अपने-अपने इलाके में बने रहेंगे। खास कर शाम 6 बजे से रात 11 बजे तक के महत्वपूर्ण समय में। विभाग की तरफ से सभी अभियंताओं को हिदायत दी गई है कि अगर तूफान के कारण किसी भी प्रकार का ब्रेकडाउन होता है तो तत्काल उसका निदान करना होगा। किसी भी सूरत में बिजली सेवा प्रभावित नहीं होने देने का निर्देश दिया गया है।
तूफान के दौरान बंद किया जा सकता है ग्रिड..
तूफान आने से पहले ग्रिड के साथ सब स्टेशनों से बिजली आपूर्ति रोकी जा सकती है। तेज हवा और थंडरिंग के बाद वोल्टेड बढ़ने का खतरा रहता है। इससे ग्रिड से सप्लाई को जीरो किया जा सकता है। बड़ी क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मरम बंद रहन से नो लोड सिंक्रोनाइजेशन की स्थिति में उत्पादन भी ट्रिप करने का खतरा होगा।
हर डिवीजन के लिए क्रेन हायर करने का निर्देश..
फिलहाल एक क्रेन रांची के लिए उपलब्ध है। अब हर डिविजन के लिए क्रेन हायर करने का निर्देश दिया गया है। तूफान और मॉनसून के दौरान थंडरिंग व तेज हवा से बिजली खंभे को पहुंचने वाले संभावित नुकसान को लेकर हर डिविजन में 10 पोल की व्यवस्था की जा रही है।
हर डिवीजन को रिजर्व रखने होंगे ट्रांसफॉर्मर
सभी को निर्देश दिया गया है कि 200 केवीए और 100 केवीए का ट्रांसफॉर्मर सभी डिवीजन भी रखा जाएगा। इसके साथ एक ट्रॉली भी ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत इसका इस्तेमाल किया जा सके। सभी से कहा गया है कि ऐसे इंतजाम किए जाएं कि आंधी-पानी के दौरान फॉल्ट कम हो और ज्यादा देर तक बिजली प्रभावित न हो।