गुरुवार को रांची के राहे प्रखंड के भेलवाटीकर गांव में एक माँ ने अपनी डेढ़ माह की बच्ची को ज़िंदा जला दिया। राहे थाना क्षेत्र की सातकी पंचायत के भेलवाटीकर गांव के भुवनेश्वर महतो की पत्नी ने अपने पति के प्रेम प्रसंग से तंग आकर इस घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपी लगातार पुलिस व ग्रामीणों को गुमराह करने का प्रयास करती रही। हालांकि शाम को पुलिस द्वारा सख्ती से पूछने पर उसने अपना जुर्म स्वीकार किया।
सुनीता ने पुलिस को जानकारी देते हुए कहा कि उसका पति भुवनेश्वर, रांची के लोवडीह में काम करता है जहां उसका किसी महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। सुनीता के लाख मना करने पर भी वह नहीं माना, जिस वजह से दोनों के बीच आये दिन झगड़े होते रहते थे। झगड़े की वजह से सुनीता तनाव में रहने लगी। गुरुवार को गुस्से में उसने तकरीबन पौने 10 बजे अपनी 45 दिन की बेटी को जूट के बोरे में लपेटकर घर से करीब 150 मीटर की दूरी पर एक गड्ढे में रखकर आग लगा दिया। बच्ची का शव जब आधा जल गया तब वो घर आई और बेटी के गायब होने की खबर ग्रामीणों और पुलिस को दी।
लगभग 11:30 बजे उसने अपने पति को इसकी जानकारी फोन के माध्यम से दी। इधर ग्रामीणों और स्वजन बच्ची को खोजने लगे। इस क्रम में उन्हें घर से थोड़ी दूर स्थित एक गड्ढे से धुआं उठता हुआ दिखा। लोगों ने पास जा कर देखा तो बच्ची का जला हुआ शव मिला। इसके बाद इसकी सूचना अनगड़ा थाने को दी गयी।
अपनी दुधमुंही बच्ची की हत्या करने वाली सुनीता पूरे दिन ग्रामीणों व पुलिस को गुमराह करती रही। पहले तो उसने बताया कि वह अपनी बड़ी बेटी के साथ कुएं पर स्नान करने गयी थी। वापस आने के बाद उसने घर में बच्ची को खोजने का दिखावा किया। अनगड़ा थाने की पुलिस के सामने भी उसने यहीं ढोंग किया। हालांकि पुलिस को सुनीता पर पहले से ही शक था। शाम के समय पुलिस दोबारा गांव पहुंची और सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद सुनीता ने डीएसपी ख्रीस्टोफर केरकेट्टा के समक्ष अपना जुर्म स्वीकारा जिसके पशचात उससे अनगड़ा थाना ले जाया गया।