रांची यूनिवर्सिटी के मोरहाबादी कैंपस स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में जनजातीय कला व शिल्प में पीजी डिप्लोमा का पहला दीक्षांत समारोह बुधवार को आर्यभट्ट सभागार सम्पन्न हुआ। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की थी। राज्यपाल के हाथों सभी पासआउट छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। इस दीक्षांत समारोह की विशेषता रही कि जिस सर्टिफिकेट का वितरण राज्यपाल के हाथों किया गया वो आधी-अधूरी थी।
दरअसल, छात्रों को जो सर्टिफिकेट दिया गया है उसमें छात्रों द्वारा प्राप्त ग्रेड अंकित नहीं है। उस सर्टिफिकेट में ग्रेडिंग का कॉलम खाली है जो कि यूनिवर्सिटी की लापरवाही को दर्शाता है। इस समारोह में वितरित की गई डिग्री किसी के काम के नहीं थे। इस घटना पर छात्रों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब ग्रेडिंग देना ही नहीं था, तब सर्टिफिकेट में ग्रेडिंग का कॉलम रखा ही क्यों गया।
इस त्रुटि पर जब आईजीएनसीए के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने इसे लिपिकीय त्रुटि बताया। उन्होंने कहा कि संस्थान की वेबसाइट पर ग्रेडिंग के साथ रिजल्ट दिया गया है। छात्रों से सर्टिफिकेट माँगकर उसपर ग्रेड लिख दिया जाएगा। इस विषय को लेकर परेशान ना हों।
रांची यूनिवर्सिटी के मोरहाबादी कैंपस स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में जनजातीय कला व शिल्प में पीजी डिप्लोमा का यह पहला बैच था। जहां 15 छात्रों में से छह को ए प्लस, आठ को ए और एक को बी ग्रेड मिला है। पीजी डिप्लोमा के छात्र चंद्रदेव सिंह को शोध निबंध के लिए 50 में 45 अंक के साथ ए प्लस ग्रेड मिला है। वे अभी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय कार्यक्रम समिति के सदस्य हैं। 20 वर्षों से राज्य के लोकनृत्य पर काम कर रहे हैं।
इस समारोह की मुख्य अतिथि राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू थी। उन्होंने कहा कि हमारे देश में विविध संस्कृतियां हैं। कला और संस्कृति हमारी पहचान है, हमारी आत्मा है। हमें इस समृद्ध विरासत को सहेज कर रखना हमारी जिम्मेदारी है। इनके साथ ही दीक्षांत समारोह में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सच्चिदानंद जोशी, आरयू के कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय, प्रोवीसी डॉ. कामिनी कुमार, पद्मश्री अशोक भगत, पद्मश्री मुकुंद नायक, डीएसपीएमयू के वीसी डॉ. एसएन मुंडा, प्रो. अशोक कुमार सिंह व रेडियो खांची के डायरेक्टर डॉ. आनंद ठाकुर आदि उपस्थित थे।