जमशेदपुर में डीजीपी ने पुलिस के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर अपराध की समीक्षा की। पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जान से मारने की धमकी पर डीजीपी ने कहा कि अगर अपराधियों में दम है तो खुलकर सामने आए। ये बातें डीजीपी ने मुख्यमंत्री को ई-मेल के जरिए मिली धमकी पर कहा। गत 4 जनवरी को राजधानी रांची के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री के काफिले पर हमले के बाद 5 जनवरी को उन्हें एक बेनामी ई-मेल भेजकर जान से मारने की धमकी दी गई थी। उक्त धमकी में अगली बार नहीं बचोगे की बात कही गई थी। इस ई-मेल से संबंधित रांची के साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गई थी और मुख्यमंत्री कि सुरक्षा बढ़ा दी गई।
इस बैठक में डीजीपी ने कहा कि जल्द ही ई-मेल भेजने वालों को पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डीजीपी होने के नाते इन बातों पर मेरा ध्यान नहीं जाता, मैं अपना कार्य करता हूँ । आपको बात दें उस धमकी भरे ई-मेल में डीजीपी का नाम भी शामिल था। बैठक में उन्होंने अपराध से जुड़े अन्य गतिविधियों पर भी चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को अपराधियों के मांद में घुसकर कारवाई करने को लेकर भी कुछ जरूरी निर्देश दिए।
इससे पहले पश्चिमी सिंहभूम के मुख्यालय चाईबासा में भी समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने को लेकर चर्चा की थी। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के सफाया के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मकसद पुरे सूबे को नक्सलियों से भय मुक्त करना है। साथ ही यह भी कहा कि कानून व्यवस्था के खिलाफ कार्य करने वाले पर अविलंब पर कारवाई की जाएगी।