राज्य में आए दिन ठगी के नए मामले सामने आ रहे हैं। बड़ी बात ये है कि अपराधी ठगी को अंजाम देने के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं।
ताज़ा मामला है देवघर का जहां एक शख्स आईएएस और आईएफएस अधिकारी बन कर लोगों को ठगता था। ये शातिर ठग तब पकड़ा गया जब उसने देवघर के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री को फोन कर ठगने का प्रयास किया। फोन पर बातचीत के दौरान उपायुक्त को इस पर संदेह हुआ। उन्होंने अधिकारियों को फोन को ट्रेस कर जांच में लगाया। फिर मामले का खुलासा हुआ और इसके बाद ये ठग गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले भी कर चुका कई कारनामे
जांच में पता चला कि इस शख्स का नाम रंजीत कुमार है। इससे पहले भी इसने फर्जी अधिकारी बनकर कई ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है। पकड़े जाने के बाद वो खुद की पहचान आईएफएस अधिकारी और यूनाइटेड नेशंस का डिप्लोमैट अधिकारी बताकर बचने का प्रयास किया करता है।
हालांकि इस बार वो इसमें सफल नहीं हो पाया। रंजीत से जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि वीआईपी सुविधा पाने के लिए वो अपनी फर्जी पहचान बताता था। पुलिस अब इसके आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच कर आगे की कार्रवाई में लगी है।