रांची | झारखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने नदियों और डैमों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंचा दिया है। राजधानी रांची में हटिया, कांके और गेतलसूद डैम ओवरफ्लो कर रहे हैं। जलस्तर नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने डैम के गेट खोलने का फैसला लिया, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए।
मौसम विभाग (IMD रांची) ने राज्य के कई जिलों के लिए 25 अगस्त तक भारी बारिश, तेज हवाओं और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
कम दबाव और मानसूनी ट्रफ बना कारण
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह ऊपरी हवा के चक्रवात के साथ 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है। धीरे-धीरे यह पश्चिम की ओर बढ़ेगा और कमजोर पड़ेगा।
इसके अलावा मानसून की ट्रफ रेखा झारखंड से होकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। वहीं, मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के आसपास भी ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है। 25 अगस्त तक बंगाल की खाड़ी में एक और नया कम दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे बारिश का दौर और लंबा खिंच सकता है।
इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार:
- 24 अगस्त को भारी बारिश की संभावना वाले जिले:
पलामू, गढ़वा, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, बोकारो, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद और गिरिडीह। - फ्लैश फ्लड अलर्ट (24 घंटे के लिए):
बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, रांची, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम।
बाढ़ और जलभराव की स्थिति
निचले इलाकों में भारी जलभराव और अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की आशंका जताई गई है। अलर्ट में कहा गया है कि:
- कई सड़कों के बहने या अवरुद्ध होने का खतरा है।
- बिजली-पानी जैसी सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
- फसलों और बागवानी को नुकसान की संभावना है।
- जान-माल की हानि तक की आशंका जताई गई है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि:
- नदी-नालों से दूर रहें।
- बाढ़ग्रस्त इलाकों में वाहन चलाने से बचें।
- घरों की छतें और कमजोर संरचनाओं को सुरक्षित करें।
- पानी बढ़ने पर ऊंचे स्थानों पर शरण लें।
- मौसम की ताजा जानकारी के लिए आधिकारिक अलर्ट पर नजर रखें।
नदियों में उफान से दहशत
रांची समेत कई जिलों में नदी-नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। डैम से पानी छोड़े जाने के बाद सुबर्नरेखा, दामोदर और स्वर्णरेखा की सहायक नदियों में उफान देखा गया। ग्रामीण इलाकों में खेत जलमग्न हो गए हैं और गांवों का संपर्क मार्ग टूटने लगा है।