रांची | 5 जुलाई 2025 | कभी देश के सबसे प्रतिष्ठित आवासीय विद्यालयों में शुमार रहा नेतरहाट आवासीय विद्यालय इन दिनों शिक्षा के स्तर में गिरावट को लेकर सुर्खियों में है। हाल ही में घोषित कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणामों ने राज्य के शिक्षा विभाग को भी हैरान कर दिया है। विद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन में लगातार गिरावट को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई और पूरे मामले की जांच के लिए विशेष कमेटी का गठन कर दिया है।
बोर्ड परीक्षा में छात्रों का खराब प्रदर्शन, कई फेल
देश भर में अपनी उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली और शानदार बोर्ड परीक्षाफल के लिए प्रसिद्ध नेतरहाट विद्यालय के 2025 के परिणाम बेहद निराशाजनक रहे।
- कक्षा 12वीं में विद्यालय के कुल 100 छात्रों में से केवल 57 ही पास हो पाए।
- कक्षा 10वीं के परिणाम में भी कई छात्र फेल हो गए और पिछले वर्षों की तुलना में प्रदर्शन काफी नीचे चला गया।
यह पहला मौका नहीं है जब नेतरहाट विद्यालय के बोर्ड परिणामों में गिरावट आई हो। पिछले पांच वर्षों से विद्यालय के प्रदर्शन में गिरावट दर्ज की जा रही थी, लेकिन इस बार का रिजल्ट सबसे ज्यादा चौंकाने वाला रहा है।
शिक्षा मंत्री गंभीर, बोले- “साख बचाना प्राथमिकता”
झारखंड के शिक्षा मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा:
“नेतरहाट विद्यालय झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश का गौरव रहा है। बोर्ड परीक्षा में इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का फेल होना चिंता का विषय है। जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”
शिक्षा विभाग ने बनाई जांच कमेटी
शिक्षा विभाग ने 5 सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है, जो 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। कमेटी को विद्यालय के शिक्षण, प्रबंधन, शैक्षणिक माहौल और संचालन नियमावली की पूरी समीक्षा करने का जिम्मा दिया गया है।