दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तबीयत में सुधार, झारखंड में प्रार्थनाओं का दौर जारी..

रांची, झारखंड | झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक और वर्तमान राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन, जिन्हें पूरे राज्य में आदरपूर्वक ‘दिशोम गुरु’ के नाम से जाना जाता है, इन दिनों दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं। उम्र संबंधी जटिलताओं और ब्रेन स्ट्रोक के कारण उनकी हालत कुछ दिनों तक गंभीर बनी हुई थी, लेकिन अब स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

अचानक बिगड़ी तबीयत, ब्रेन स्ट्रोक से बाईं ओर हुआ पक्षाघात

19 जून को रूटीन चेकअप के लिए दिल्ली लाए गए 81 वर्षीय शिबू सोरेन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ, जिससे उनके शरीर के बाईं ओर लकवा (पैरालिसिस) हो गया। वह पहले से ही किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं और डायलिसिस पर हैं। साथ ही वह मधुमेह और हृदय रोग से भी जूझ रहे हैं। उन्हें ओपन हार्ट सर्जरी भी हो चुकी है।

फिलहाल अस्पताल में न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभागों के वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है। विदेशी विशेषज्ञों से भी वीडियो कॉल के माध्यम से परामर्श लिया जा रहा है।

झारखंड में जारी है प्रार्थनाओं और दुआओं का दौर

शिबू सोरेन की बीमारी की खबर फैलते ही झारखंड समेत पूरे देश में प्रार्थनाओं और दुआओं का दौर शुरू हो गया।

  • रांची के पहाड़ी मंदिर में रुद्राभिषेक

  • गढ़वा के बंशीधर मंदिर,

  • पश्चिमी सिंहभूम के मां कंसरा मंदिर में विशेष हवन

  • हुसैनाबाद की मजार पर चादरपोशी

  • मस्जिदों में दुआ, चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं

यह धार्मिक एकता की मिसाल बन चुकी है, जहां राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर आम जनता अपने प्रिय नेता की स्वस्थता की कामना कर रही है

नेताओं का आना-जाना, राष्ट्रपति भी पहुंचीं हालचाल लेने

शिबू सोरेन की स्थिति को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी गहरी चिंता देखी गई है।

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 26 जून को अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना

  • राज्यपाल संतोष गंगवार, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी,

  • सांसद संजय सेठ,

  • कांग्रेस नेता बृंदा करात,

  • झामुमो के विधायक और मंत्रीगण जैसे राधाकृष्ण किशोर, इरफान अंसारी, सुदिव्य सोनू, संजय यादव आदि भी पहुंचे

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, छोटे बेटे बसंत सोरेन अस्पताल में लगातार मौजूद हैं। हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर भगवान जगन्नाथ से पिता के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की है।

दिशोम गुरु: संघर्ष, सेवा और सम्मान का प्रतीक

शिबू सोरेन झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रमुख नेता रहे हैं।

  • उन्होंने आदिवासियों के हक-अधिकारों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी

  • तीन बार मुख्यमंत्री और केंद्र में कोयला मंत्री भी रहे

  • 19 सूत्री कार्यक्रम, शिक्षा और रोजगार योजनाओं की शुरुआत की

  • आदिवासी समाज में उन्हें संरक्षक और मार्गदर्शक के रूप में देखा जाता है

उनकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ झामुमो कार्यकर्ता ही नहीं, विपक्षी दलों के नेता और आम जनता भी उनके लिए चिंतित है।

स्थिति में सुधार लेकिन सतर्कता जरूरी

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, गुरुजी की स्थिति स्थिर है और धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि उम्र और स्वास्थ्य जटिलताओं के कारण उन्हें अभी अत्यधिक निगरानी में रखा गया है। लेकिन बीते कुछ दिनों की तुलना में रिस्पॉन्स बेहतर है, जो सकारात्मक संकेत है।

शिबू सोरेन केवल एक राजनेता नहीं, झारखंड की आत्मा का प्रतीक हैं। उनके संघर्ष, सादगी और सेवा ने उन्हें जन-जन का नेता बनाया है। झारखंड की जनता को उम्मीद है कि दिशोम गुरु जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ होकर वापस लौटेंगे और अपने मार्गदर्शन से राज्य को नई दिशा देंगे।

🙏 गुरुजी जल्द स्वस्थ हों — यही झारखंड की दुआ है।

📌 @JhUpdate | झारखंड की हर बड़ी खबर सबसे पहले
📲 इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर फॉलो करें: @JhUpdate

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×