‘तीन पहाड़ वाली दादी’ ने बनाया बच्चों का चोरी गैंग, रांची पुलिस कर रही तलाश..

रांची | 21 जून 2025
झारखंड की राजधानी रांची में इन दिनों एक अनोखी चोरी की गैंग का खुलासा हुआ है। इस गैंग की सरगना कोई पेशेवर अपराधी नहीं, बल्कि एक महिला है जिसे लोग “तीन पहाड़ वाली दादी” के नाम से जानते हैं। इस दादी ने नाबालिग बच्चों का एक गिरोह तैयार किया था, जिनसे वह शहर के भीड़भाड़ वाले बाजारों में मोबाइल फोन और पर्स चोरी करवाती थी।

🕵️‍♀️ कैसे हुआ खुलासा?

घटना का पर्दाफाश तब हुआ जब रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र में आयोजित शाहीद मैदान मेले में पुलिस को दो नाबालिग बच्चों की संदिग्ध गतिविधियों पर शक हुआ। पुलिस ने दोनों को पकड़कर जब पूछताछ की, तो चौंकाने वाली कहानी सामने आई।

बच्चों ने बताया कि वे एक महिला के कहने पर मेला और बाजार में चोरी करते हैं। हर सफल चोरी के बाद उन्हें 100 से 500 रुपये मिलते थे। लेकिन अगर पकड़े जाते, तो महिला यानी ‘दादी’ मोबाइल और पर्स खुद लेकर भाग जाती।

🧓 कौन है ‘तीन पहाड़ वाली दादी’?

पकड़े गए बच्चों ने बताया कि उनका संपर्क एक महिला से है, जो खुद को तीन पहाड़ क्षेत्र की रहने वाली बताती है, इसलिए वह “तीन पहाड़ वाली दादी” के नाम से जानी जाती है। वह बच्चों को रांची लाकर एक किराए के मकान में रखती थी और वहीं से पूरी चोरी की योजना बनती थी।

सूत्रों के अनुसार, महिला ने 3–4 नाबालिग बच्चों को ट्रेन किया था और उन्हें मॉल, मंदिर, बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में भेजकर जेबकतरी और मोबाइल चोरी करवाती थी।

📱 चोरी का तरीका था प्रोफेशनल

  • गिरोह के बच्चे ग्राहक बनकर दुकानों के पास जाते।

  • जब मौका मिलता, तो मोबाइल या पर्स चुराकर तुरंत भाग जाते।

  • दादी उन्हें पहले ही सिखा देती थी कि भीड़ में कैसे घुलना-मिलना है और कब दौड़ लगानी है।

  • चोरी में प्रयोग किए गए कपड़े और चप्पल तक बदलवाए जाते थे ताकि पहचान न हो सके।

🚨 पुलिस की कार्रवाई जारी

धुर्वा थाना पुलिस द्वारा पकड़े गए दोनों नाबालिगों को बाल सुधार गृह (रिमांड होम) भेजा गया है। उनके बताए अनुसार अब पुलिस ‘दादी’ की तलाश में जुट गई है।

  • महिला के संभावित ठिकानों की जांच की जा रही है

  • कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं

  • किराए के मकानों की जांच तेज कर दी गई है

⚠️ बच्चों का इस्तेमाल: एक गंभीर सामाजिक अपराध

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब अपराधी नाबालिगों का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि पकड़ में आने की संभावना कम हो। यह केवल कानूनी अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक रूप से भी गंभीर मामला है।

मानवाधिकार कार्यकर्ता और चाइल्डलाइन की टीमें भी इस केस को लेकर एक्टिव हो गई हैं।

🧾 पुलिस की अपील

पुलिस ने शहरवासियों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में सतर्क रहें और मोबाइल-पर्स को सुरक्षित रखें। साथ ही किसी भी संदिग्ध बच्चे या महिला को देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

‘तीन पहाड़ वाली दादी’ गैंग का खुलासा इस बात का प्रमाण है कि अपराध के तरीके बदल रहे हैं और बच्चों को अपराध में धकेलने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इस मामले ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था, बच्चों के संरक्षण, और सामाजिक जागरूकता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियों की उम्मीद कर रही है, और ‘दादी’ को पकड़ने की कोशिश तेज कर दी गई है।

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