रांची | 21 जून 2025 |
झारखंड में पिछले तीन दिनों से जारी मूसलधार बारिश के बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के 14 जिलों में झमाझम बारिश और वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्वी जिलों के लिए अगले चार दिनों तक भारी वर्षा और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य के ऊपर बना निम्न दाब क्षेत्र फिलहाल उत्तर-पूर्व झारखंड और उससे लगे गंगीय पश्चिम बंगाल में सक्रिय है और यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिससे आने वाले दिनों में पूरे झारखंड में बारिश का सिलसिला और तेज होगा।
🌧️ इन जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना
शनिवार (22 जून):
-
उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व झारखंड — पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा
-
उत्तर-पूर्वी जिले — देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहेबगंज
रविवार और सोमवार (23-24 जून):
-
राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ स्थानों पर वज्रपात की संभावना
मंगलवार और बुधवार (25-26 जून):
-
दक्षिण और मध्य झारखंड के जिलों में भारी वर्षा और गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी
📉 रांची में तापमान और बारिश का आंकड़ा
-
अधिकतम तापमान: 26°C (सामान्य से 5.9°C कम)
-
न्यूनतम तापमान: 22.1°C (सामान्य से 1.1°C कम)
-
बीते 24 घंटे में बारिश: केवल 7.4 मिमी
-
शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे, हल्की बूँदाबाँदी और सामान्य जनजीवन जारी रहा
⛈️ अब तक किन जिलों में कितनी बारिश हुई? (पिछले 24 घंटे का आंकड़ा)
स्थान (जिला) | वर्षा (मिमी) |
---|---|
मांडर (रांची) | 210.2 |
बानो (सिमडेगा) | 180.0 |
बरियातू | 170.0 |
रामगढ़ | 156.2 |
सिमडेगा | 130.2 |
गुमला | 109.3 |
खलारी | 104.2 |
रांची (मुख्यालय) | 76.6 |
जमशेदपुर | 62.8 |
बोकारो | 55.8 |
चाईबासा | 67.2 |
-
नागरिकों को नदियों, जलाशयों और डैम के किनारे नहीं जाने की सलाह
-
खेतों में काम कर रहे किसानों को सतर्क रहने का निर्देश
-
आकाशीय बिजली से बचाव के लिए खुले मैदान, पेड़ या जलधाराओं के समीप ना रहें
-
आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर हैं
🌾 कृषि पर प्रभाव: उम्मीद और चिंता दोनों
जिला कृषि कार्यालयों से मिली रिपोर्ट के अनुसार, बारिश से धान की नर्सरी और बुवाई में लाभ हुआ है, लेकिन जलजमाव लंबे समय तक रहने पर फसलों को नुकसान हो सकता है। यदि जल निकासी व्यवस्था बेहतर रही, तो यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकती है।
झारखंड में मानसून इस बार तेज गति से सक्रिय है और यह न सिर्फ किसानों के लिए संभावनाएं लेकर आया है, बल्कि जनसुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय बन गया है। अगले 4 दिनों तक भारी वर्षा और वज्रपात के आसार को देखते हुए प्रशासन और आम लोगों को सतर्क और सजग रहना बेहद जरूरी है।