भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को गिरिडीह में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सनसनीखेज दावा किया कि उनकी जान को खतरा है और राज्य सरकार उन्हें किसी झूठे मामले में फंसा सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि एक फर्जी स्टिंग ऑपरेशन या वीडियो के जरिए उनका चरित्र हनन करने की कोशिश की जा रही है.
सरकार के फैसलों पर खुलकर जताया विरोध
मरांडी ने हाल के महीनों में राज्य सरकार के कई निर्णयों पर खुलकर विरोध जताया है. उन्होंने झारखंड के नए डीजीपी अनुराग गुप्ता की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने राज्य की नई उत्पाद नीति, जिसमें शराब व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ मिलने की बात कही गई है, उस पर भी कड़ी आपत्ति जताई.
‘सरकार को मेरा विरोध रास नहीं आ रहा’
मरांडी ने कहा कि उनकी आलोचनाएं सरकार को बर्दाश्त नहीं हो रही हैं, और इसी वजह से उन्हें चुप कराने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें इनपुट मिला है कि एक-दो दिन के भीतर ही उन्हें झूठे केस में फंसाया जा सकता है.
गिरिडीह में ही क्यों की प्रेस वार्ता?
भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मरांडी को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक उन्हें अचानक फंसाने की योजना है. इसीलिए वे रांची लौटने के बजाय गिरिडीह में ही मीडिया से बात कर सरकार पर दबाव बनाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि सरकार की योजना को पहले ही उजागर कर देने से उसे रोका जा सकता है.
सुरक्षा घेरे में होने के बावजूद जताई चिंता
बाबूलाल मरांडी को पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते राज्य सरकार की सुरक्षा प्राप्त है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में यात्रा के दौरान उन्हें सीआरपीएफ की मोबाइल सुरक्षा भी दे रखी है. इसके बावजूद उन्होंने शारीरिक हमले से ज्यादा झूठे केस और मानसिक हमले की आशंका जताई है.
भाजपा नेताओं की मांग- बढ़ाई जाए सुरक्षा
मरांडी के आरोपों के बाद भाजपा के अन्य नेताओं ने भी इस मामले को गंभीर बताया है. उन्होंने राज्य सरकार से मरांडी की सुरक्षा बढ़ाने और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही, उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने साजिशन कुछ किया तो जनता जवाब देगी.
JMM की चुप्पी, सियासी हलचल तेज
इस पूरे मामले पर अभी तक झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मरांडी का यह बयान राज्य की राजनीति में बड़ी हलचल पैदा कर सकता है. इसे केवल एक राजनीतिक हथकंडा मान लेना जल्दबाज़ी होगी.
‘डरने वाला नहीं हूं, जनता की आवाज उठाता रहूंगा’
मरांडी ने कहा, “मैं डरने वाला नहीं हूं. चाहे मेरी जान को खतरा हो या मुझे किसी फर्जी केस में फंसाया जाए, मैं झारखंड की जनता के अधिकारों के लिए आवाज उठाता रहूंगा. यह सरकार दबाव बनाने की राजनीति कर रही है, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं.“